रवि बिश्नोई को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए जब भारतीय टीम में चुना गया तो यह स्पष्ट संकेत था कि अगले साल टी20 विश्व कप के मद्देनजर वह टीम प्रबंधन की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा हैं. भारत को विश्व कप से पहले छह टी20 खेलने हैं और समझा जाता है कि 23 साल के रवि बिश्नोई को 33 साल के युजवेंद्र चहल पर तरजीह मिलनी तय है. चहल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है. चहल ने इस साल नौ टी20 मैचों में नौ विकेट लिए जबकि बिश्नोई ने 11 मैचों में 18 विकेट चटकाए.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में हुई सीरीज में बिश्नोई ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ रहे जिन्होंने पांच मैचों में नौ विकेट लिए. विशाखापत्तनम में पहले मैच में चार ओवर में 54 रन देने के अलावा बिश्नोई ने बाकी मैचों में शानदार गेंदबाजी की. बाकी के चार मैचों में उनकी रन रेट आठ से ऊपर नहीं गई. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मैथ्यू वेड ने स्वीकार किया कि बल्लेबाजों की मददगार पिचों पर भी बिश्नोई को खेलना आसान नहीं था. उन्होंने कहा, ‘उनके स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने हमें बांध दिया और बीच के ओवर्स में हम बाहर नहीं निकल सके. इसलिए वह सबसे बड़ा अंतर रहे. बिश्नोई ने खास तौर पर चारों मैचों में शानदार गेंदबाजी की. उसे खेलना आसान नहीं था.’
पावरप्ले में फेंके 7 ओवर, लिए 6 विकेट
बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उन्होंने 20 ओवर फेंके और इनमें से सात पावरप्ले में थे. इस दौरान उन्होंने 6.45 की इकॉनमी से पांच विकेट लिए. उन्होंने हक मैच में पहले ही ओवर में विकेट लिया. बिश्नोई गुगली के जरिए अपने विकेट निकालते हैं. वह गेंद को ज्यादा टर्न नहीं कराते हैं और चहल की तरह ऑफ स्टंप की लाइन से गेंद को बाहर निकालकर बल्लेबाजों को चकमा नहीं दे पाते. लेकिन वह गेंद को पिच कराने के बाद तेजी से निकालते हैं इससे गेंद स्किड करती है और बल्लेबाज को ज्यादा समय नहीं मिल पाता. श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने जियो सिनेमा से कहा, ‘बिश्नोई दूसरे लेग स्पिनर से अलग है. वह तेज गेंद डालता है और गेंद को स्लाइड कराता है. मददगार विकेटों पर उसे खेलना काफी कठिन है.’
अब जडेजा-कुलदीप से मुकाबला
भारत के पास टी20 फॉर्मेट के लिए कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा का विकल्प है. इन दोनों के आने पर बिश्नोई को प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना मुश्किल है. लेकिन इस युवा बॉलर ने छह महीने में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए दावेदारी ठोक दी है. समाचार एजेंसी पीटीआई को भारत के एक पूर्व स्पिनर ने कहा, 'बिश्नोई ने भारतीय टीम को एक तीसरे मजबूत स्पिनर का विकल्प दी है. चहल की जगह लेना आसान नहीं है. लेकिन बिश्नोई ने काफी आसानी से किया है और मुझे उम्मीद है कि वह आगे भी ऐसा करेगा. टी20 वर्ल्ड कप वेस्ट इंडीज और अमेरिका में होना है और वहां कि पिचों पर स्पिनर्स को मदद मिल सकती है. स्पिन में तीन ऑप्शन होने से टीम को फायदा रहेगा.'
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