साल 2023 की सबसे बड़ी सीरीज का इंतजार 9 फरवरी को खत्म हो जाएगा जब भारत और ऑस्ट्रेलिया (India and Australia) की टीम नागपुर (Nagpur Test) में पहला टेस्ट खेलने उतरेगी. दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने जा रही है. भारत की नजर चौथी बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज पर कब्जा करने का होगा. जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम 19 साल में पहली बार सीरीज जीत के इरादे से मैदान पर उतरेगी. पहला टेस्ट नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा. पूरी दुनिया की नजर इस सीरीज पर होगी. क्योंकि भारत जीता तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच जाएगा और ऑस्ट्रेलिया जीता तो टीम को और ज्यादा फायदा मिलेगा. लेकिन इन सबके बीच नागपुर की पिच ने कंगारुओं की चिंता बढ़ा दी है.
क्या है पिच का हाल
पिच की लेटेस्ट रिपोर्ट से यही पता चल रहा है कि ये पिच पूरी तरह स्पिनर्स की मदद करने के लिए बनाई गई है. यानी की भारतीय स्पिनर्स इस पिच पर कमाल कर सकते हैं और घरेलू कंडीशन का जमकर फायदा उठा सकते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में भारतीय बल्लेबाजों ने भी स्पिनर्स के खिलाफ घुटने टेके हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की टीम भी अपने ज्यादा से ज्यादा स्पिनर्स को मैदान पर उतारना चाहेगी जिसमें सबसे बड़ा नाम नाथन लॉयन का है.
पिच पर दिखेगा फिरकी का कमाल
स्टेडियम के इतिहास की बात करें तो इस मैदान पर 7वां टेस्ट मुकाबला खेला जाएगा और पिछले 5 सालों में पहला. क्योंकि साल 2017 टेस्ट मैच के बाद एक भी टेस्ट इस मैदान पर नहीं हुआ है. आखिरी बार भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट खेला था और इस मैच में विराट ने दोहरा शतक लगाया था. मैदान पर खेले गए 6 मैचों में भारत ने 4 मुकाबलों पर कब्जा किया है. एक ड्रॉ हुआ है और एक में टीम को हार मिली है. वहीं 6 में से 4 मुकाबलों में एक टीम ने 500 रन बनाए हैं. लेकिन साल 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ तीन पारियों में दोनों टीमों ने 140 ओवर से ज्यादा खेले और 300 से ज्यादा का स्कोर बनाया. वहीं टीमों ने 20 विकेट भी लिए. जबकि साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबला इस बात का गवाह है कि ये पिच स्पिनर्स की मदद करती है. इस मुकाबले में अश्विन ने 12, जडेजा ने 4 और अमित मिश्रा ने 3 विकेट लेकर अफ्रीकी बल्लेबाजों की हालत खराब कर दी थी. टीम इंडिया ये मुकाबला 124 से जीत गई थी.

