विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 सीरीज में ओपनर के रूप में खेल रहे हैं. लेकिन इस भूमिका में वे पहले दो मैचों में कामयाब नहीं रहे. सैमसन दो मैच में 39 रन ही बना सके हैं. इस दौरान 29 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है. लेकिन भारतीय टीम के असिस्टेंट कोच रयान टेन डसखाटे ने इस खिलाड़ी को सराहा है. उन्होंने कहा कि वह चाहता तो अपने रन के लिए खेल सकता था लेकिन उसने बाउंड्री बटोरने पर ध्यान दिया. डसखाटे ने बताया कि भारतीय टीम अभी खिलाड़ियों को अपने खेल को बढ़ाने पर काम कर रही है.
सैमसन ने ग्वालियर में खेले गए पहले मुकाबले में 29 तो दूसरे में 10 रन बनाए. हालांकि इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 150 की रही. डसखाटे ने सैमसन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अगर आप पहले दो मैच देखेंगे तो संजू ने ग्वालियर में पहले मैच में तेज शुरुआत हासिल की फिर उसके लिए आराम-आराम से रन बनाकर फिफ्टी पूरी करना आसान होता. लेकिन आप देख सकते हैं कि वह खेल को आगे ले जाने की कोशिश कर रहा था और इस बारे में संदेश साफ है. हम चाहते हैं कि खिलाड़ी अपने खेल को आगे बढ़ाएं, हम चाहते हैं कि क्रिकेट उसी तरह से आगे जाए जैसे अभी चल रहा है और हम अगले 18 महीनों में आने वाले बड़े अहम मौकों के लिए तैयार रहना चाहते हैं.'
सैमसन खेलेंगे तीसरा टी20 मुकाबला
सैमसन हैदराबाद में तीसरे टी20 मुकाबले में भी खेलते हुए दिखाई देंगे. कोच ने कहा, 'हम कोशिश करेंगे कि जितने खिलाड़ियों को हो सके उतना अंतरराष्ट्रीय अनुभव दिया जाए. हम संजू को दूसरा मौका देना चाहते हैं. विकल्प मौजूद हैं और निश्चित रूप से योजना सीरीज जीतने और फिर आखिरी मैच में नए चेहरों को आजमाने की थी.'
असिस्टेंट कोच बोले- मजबूत कोर बनाने का है लक्ष्य
डसखाटे का इशारा आने वाले महीनों में होने वाले बड़े टूर्नामेंट्स की तरफ था. उन्होंने कहा, 'हां, हम खिलाड़ियों की एक मजबूत कोर टीम बनाना चाहते हैं. चैंपियंस ट्रॉफी, एशिया कप और वर्ल्ड कप (टी20 वर्ल्ड कप 2026) आ रहे हैं, हम देखना चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट में सब लोग कहां पर हैं. जिस तरह की गहराई हमारे पास है उसे देखना अच्छा रहेगा.'