चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर खेला जाएगा या फिर पाकिस्तान के हाथों से इसकी मेजबानी चली जाएगी. इस पर बहस जारी है. आईसीसी ने सभी 12 फुल मेंबर पर तीन एसोसिएट मेंबर के साथ बीते दिन मीटिंग की थी, जिसमें टूर्नामेंट को लेकर आखिरी फैसला लिया जाना था, मगर मीटिंग 15 मिनट में ही खत्म हो गई. बीसीसीआई टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान ना जाने के अपने फैसले पर टिका हुआ है.
वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी हाइब्रिड मॉडल का स्वीकार करने से मना कर दिया है. जहां भारत अपने सभी मैच किसी न्यूट्रल वेन्यू पर खेल सकता है. ऐसी स्थिति में,चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से बाहर ले जाना ही विकल्प दिखता नजर आ रहा है. हाइब्रिड मॉडल स्वीकार ना करने पर टूर्नामेंट पाकिस्तान के बिना भी आयोजित किया जा सकता है.
आईसीसी मीटिंग पर सवाल
अब इस पर पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बिना टूर्नामेंट का आयोजन करना नामुमकिन है. उन्होंने आईसीसी की मीटिंग पर भी सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी पर डाका डालने की पूरी कोशिश की जा रही है. अपने यूट्यूब चैनल पर बासित अली का कहना है कि भारत और पाकिस्तान अपनी बात कर रहे हैं और आईसीसी ताली बाज रहा है. आईसीसी की मींटिंग में बीसीसीआई, पीसीबी या आईसीसी में कौन जीता?
बासित अली ने कहा-
मीटिंग में कौन जीता- आईसीसी, बीसीसीआई और पीसीबी? और आईसीसी की मीटिंग इतनी जल्दी कैसे खत्म हो सकती है?
अब पता चलेगा, बीसीसीआई ने पाकिस्तान को एकजुट कर दिया है.यहां तक कि जो लोग पीसीबी के खिलाफ थे, वे भी कह रहे हैं कि (पीसीबी अध्यक्ष) मोहसिन नकवी जो भी कहेंगे, हम उस पर कायम रहेंगे.
अगले साल 19 फरवरी से 9 मार्च तक होने वाले टूर्नामेंट पर आखिरी फैसला लेने के लिए आईसीसी बोर्ड की एक और बैठक अगले कुछ दिनों में होने की उम्मीद है. बासित अली ने आगे कहा-
ये इंसाफ नहीं है कि हमारी चैंपियंस ट्रॉफी पर आप डाका डालने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं.
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