तमाम विवाद और बवाल के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज बुधवार से होने जा रहा है. मेजबान देश और डिफेंडिंग चैंपियन पाकिस्तान कराची के नेशनल स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ टूर्नामेंट का ओपनिंग मैच में खेलेगी. 50 ओवर के इस टूर्नामेंट की आठ साल बाद वापसी हो रही है.भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, बांग्लादेश और अफगानिस्तान 8 टीमें खिताब जीतने के लिए मैदान पर उतरेगी. 2023 वनडे वर्ल्ड कप में रैंकिंग के आधार पर इन टीमों ने इस टूर्नामेंट में अपनी जगह बनाई. श्रीलंका पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी में जगह बनाने से चूका, अफगानिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू के लिए तैयार है.
टूर्नामेंट के आगाज से पहले जानें 5 खास बातें
आठ साल बाद वापसी: साल 2013 के बाद चैंपियंस ट्रॉफी को खत्म करने और इसकी जगह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप लाने की मांग की गई थी, क्योंकि ICC हर फॉर्मेट के लिए एक अहम टूर्नामेंट चाहता था.हालांकि WTC कॉन्सेप्ट को खत्म करने के बाद 2014 में इसे फिर से बहाल कर दिया गया, मगर 2017 के एडिशन के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन नहीं हुआ, क्योंकि गवर्निंग बॉडी ने 2021 में टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं की थी.
29 साल बाद पाकिस्तान में पहला ICC टूर्नामेंट
पाकिस्तान को 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए मेजबान घोषित किया गया था. यह 2009 में दौरे पर आई श्रीलंकाई टीम पर हुए हमले के बाद देश में पहला ग्लोबल टूर्नामेंट होगा.उस घटना के कारण ICC ने 2009 चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से साउथ अफ्रीका में शिफ्ट कर दिया था. पिछली बार पाकिस्तान ने ICC टूर्नामेंट का आयोजन 1996 वर्ल्ड कप में किया था, जिसकी उसने भारत और श्रीलंका के साथ सह-मेजबानी की थी.
अफगानिस्तान का चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू
अफगानिस्तान की टीम पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी में चुनौती पेश करेगी. अफगानिस्तान ने वर्ल्ड कप 2023 में नौ मैचों में चार जीत के साथ छठे स्थान पर रहने के बाद इतिहास में पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालिफाई किया था.श्रीलंका और नेदरलैंड्स क्वालिफिकेशन से चूकने वाली दो टीमें थीं.
पाकिस्तान सह मेजबान
चैंपियंस ट्रॉफी की पूरी तरह से मेजबानी पाकिस्तान को मिली थी, मगर बीसीसीआई ने आईसीसी को बता दिया था कि भारत सरकार ने टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की मंजूरी नहीं दी है. ऐसे में यूएई को भारत के सभी मैचों के लिए न्यूट्रल वेन्यू के रूप में चुना गया.
बड़े स्टार टूर्नामेंट से बाहर
हर टीम के फाइनल स्क्वॉड से करीब 12 खिलाड़ी चोट के कारण इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए. जसप्रीत बुमराह के चोटिल होने से भारत को बड़ा झटका लगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ क्योंकि उन्हें मिचेल स्टार्क, जॉश हेजलवुड, मिचेल मार्श और पैट कमिंस सहित पांच खिलाड़ियों बाहर हो गए. न्यूजीलैंड के बेन सियर्स और लॉकी फर्ग्यूसन भी टूर्नामेंट से बाहर हो गए है.
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