आर अश्विन ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बीच वनडे क्रिकेट में बदलाव की मांग की है. उनका कहना है कि दो नई गेंद और 30 गज के घेरे में एक अतिरिक्त फील्डर के नियम को हटा देना चाहिए. अश्विन का कहना है कि वनडे में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन के लिए ऐसा करना जरूरी है. आईसीसी को इस बारे में सोचना चाहिए. भारत के पूर्व स्पिनर ने साथ ही कहा कि एक समय था जब लाल गेंद से वनडे खेले जाते थे और फिर से इस राह पर जाने की कोशिश करनी चाहिए.
अश्विन ने कहा कि वनडे क्रिकेट अहमियत खोता जा रहा है. चैंपियंस ट्रॉफी में जो मैच हो रहे हैं वे नीरस हो चुके हैं. उन्होंने अपने हिंदी यूट्यूब चैनल पर कहा, 'अफगानिस्तान और इंग्लैंड के बीच मुकाबले से पहले मैं सोच रहा था कि क्या वनडे क्रिकेट का कोई भविष्य है. पूरी ईमानदारी से देखिए. टी20 इंटरनेशनल में बहुत से लोग देखने आते हैं और इसकी काफी चाहत है क्योंकि यह चार घंटे में पूरा हो जाता है. मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट ज्यादा आगे जाएगा जब अफगानिस्तान जैसी टीमों का फर्स्ट क्लास क्रिकेट का ढांचा सुधरेगा. लेकिन वनडे में कोई मुकाबला नहीं है.'
अश्विन बोले- दो नई गेंद का नियम भारत के स्पिन दबदबे को खत्म करने को लाया गया
अश्विन ने कहा कि वनडे क्रिकेट में दो नई गेंद का नियम भारत की स्पिन ताकत को खत्म करने के लिए लाया गया था. उन्होंने कहा, '2013-14 तक वनडे क्रिकेट एक ही गेंद से खेला जाता था. 2015 से पहले नया नियम लिया गया जहां पांच फील्डर्स को सर्कल में रखा जाने लगा और दो नई गेंद से खेला जाने लगा. मुझे बहुत से तरीकों से लगता है कि वह नियम भारत के स्पिन दबदबे को कमजोर करने के लिए लाया गया. यह मेरा मानना है.'
अश्विन बोल- रिवर्स स्विंग खत्म, फिंगर स्पिनर गायब
अश्विन ने आगे कहा कि दो नई गेंदों के होने की वजह से खेल से रिवर्स स्विंग खत्म हो गई. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि खेल पर काफी असर पड़ा. क्योंकि रिवर्स स्विंग अब खेल से गायब हो चुकी है. अंगुली से स्पिन की भूमिका भी कम हो चुकी है. आईसीसी के लिए 2027 में साउथ अफ्रीका में होने वाला 50 ओवर वर्ल्ड कप बड़ी चुनौती रहेगा. यह अब किसी फैसले का इंतजार कर रहा है. क्योंकि खेल काफी धीमे चल रहा है.'