भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि भारत को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जसप्रीत बुमराह को वापस लाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, भले ही उनके बिना टूर्नामेंट जीतने की उनकी संभावना 30-35% कम हो जाए. बुमराह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंत में पीठ में चोट लग गई थी. वह अभी तक पूरी तरह से इससे उबर नहीं पाए हैं और हफ्तों तक आराम करने के बाद, वह बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हैं. यहां वो मेडिकल टीम के साथ मिलकर वापसी पर फोकस कर रहे हैं.
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि तेज गेंदबाज 12 फरवरी को भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले तीसरे वनडे मैच को लक्ष्य बना रहा है. चैंपियंस ट्रॉफी इसके एक सप्ताह बाद 19 फरवरी से शुरू होगी.
बुमराह को लेकर जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए
रवि शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा कि, “मुझे लगता है कि यह बहुत जोखिम भरा है. "भारत के लिए बहुत बड़ा टूर्नामेंट आने वाला है." "अपने करियर के इस चरण में, मुझे लगता है कि बुमराह बहुत कीमती हैं और उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी से पहले एक मैच दिया जाना चाहिए जिसमें उनके प्रदर्शन पर नजर रखी जानी चाहिए. लोगों को लग रहा है कि वो आएंगे और धमाल मचा देंगे लेकिन सच्चाई यही है कि चोट से वापसी करने के बाद समय लगता है,.
उन्होंने कहा, "बुमराह के फिट न होने से भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की संभावना 30-35% कम हो जाएगी."पूरी तरह से फिट बुमराह के खेलने से डेथ ओवरों में जीत की गारंटी होती है. इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने इसी शो पर कहा कि मोहम्मद शमी की वापसी की उम्मीद है. टखने की चोट के चलते शमी भारत ने भारत के लिए साल 2024 में कोई मैच नहीं खेला.
पोंटिंग को सता रही है शमी की चिंता
पोंटिंग ने शो में कहा, "जब भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए आया था, तो मेरी सबसे बड़ी चिंता बुमराह के पास बैकअप के तौर पर शमी का न होना था और उन्हें अधिकतर भार उठाना था." "और शायद यही हुआ, और हो सकता है कि ऐसा हो. यहां बुमराह को आराम दिया जा सकता था और शमी को उतारा जा सकता था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बुमराह ने भार उठाया जिसके चलते उन्हें नुकसान हुआ.