Rohit-Virat : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली दोनों का बल्ला बेहद खामोश रहा. इसका नतीजा ये रहा कि टीम इंडिया को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जाने का सपना भी टूट गया. 37 साल के हो चुके रोहित शर्मा जहां ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सबसे अधिक सिर्फ 10 रन की ही पारी खेल सके. वहीं कोहली पर्थ में शतक जमाने के बाद 36 रन से आगे बढ़ नहीं सके. ऐसे में रोहित और कोहली के खामोश बल्ले पर भारत के पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू ने अंदर के बात बताई.
नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कड़वा सच
भारतीय टेस्ट टीम के सबसे सीनियर खिलाड़ी होने के बावजूद फ्लॉप रहने वाले विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर स्पोर्ट्स तक से ख़ास बातचीत में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा,
देखिए सीधी बात है कि बढ़ती उम्र के साथ आपके रिफ्लेक्सस धीमे पड़ जाते हैं. ये गेम ही रिफ्लेक्शन का है. सचिन तेंदुलकर जब अंत में गए तो उनका कंधा दिक्कत देने लग गया था. विराट कोहली की खासियत उनके फिटनेस है. वीरेन्द्र सहवाग इतने डोमीनेटिंग क्रिकेटर थे लेकिन जब चश्मा लगा तो उसके बाद फिर आगे नहीं जा सके. इसलिए उम्र के साथ हर एक चीज ढलती है और जो बना है. उसे एक न एक दिन ढहना है.
कोहली और रोहित रहे फ्लॉप
36 साल के हो चुके विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट मैच में शतक जमाय. लेकिन इसके बावजूद पांच टेस्ट मैचों में उनके नाम कुल 190 रन रहे. जबकि रोहित शर्मा के नाम तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 31 रन ही रहे और वह सिर्फ एक ही बार 10 रन यानी डबल डिजिट स्कोर बना सके. इस तरह पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद संन्यास लेने वाले विराट कोहली और रोहित शर्मा का अब टेस्ट क्रिकेट करियर भी खतरे में हैं. जबकि आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अब ये दोनों खिलाड़ी खुद की बेहतरीन फॉर्म से फिर से फैंस को अपना दमखम दिखाना चाहेंगे. टीम इंडिया 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ इस टूर्नामेंट का पहला मैच दुबई में खेलेगी.
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