भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले स्टार बल्लेबबाज श्रेयस अय्यर ने बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर होने पर अब अपना दर्द बयां दिया है. दरअसल वनडे वर्ल्ड कप 2023 में शानदार प्रदर्शन के बावजूद बीसीसीआई ने उन्हें 2023 2024 के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया गया था. जिसके पीछे वजह बीसीसीआई के निर्देश को नजरअंदाज करने की बताई जा रही थी. अब भारत को चैंपियन बनाने के बाद अय्यर ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर होने का दर्द बयां किया. उनका कहना है कि उन्होंने अपनी जिंदगी के उस दौर से काफी सीखा है. अय्यर का कहना है कि सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर, काफी आलोचना झेलने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का व्हाइट ब्लेजर पहना उनके लिए काफी संतोषजनक था. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार उन्होंने कहा
बेहद संतोषजनक.ईमानदारी से कहूं तो यह एक सफर रहा है और मैंने अपने जीवन के इस दौर में बहुत कुछ सीखा है, जहां मैं 2023 वनडे विश्व कप खेलने के बाद अनुबंध से बाहर हो गया.मैंने फिर से मूल्यांकन किया कि मैं कहां गलत था, मुझे क्या करना चाहिए, मुझे अपनी फिटनेस पर कितना ध्यान देना चाहिए.मैंने खुद से ये सभी सवाल पूछे और एक रूटीन तैयार किया और अपनी ट्रेनिंग और साथ ही साथ अपनी स्किल्स पर फोकस करना शुरू कर दिया.
एक बार जब मुझे घरेलू क्रिकेट में लगातार मैच मिले, तो मुझे पता चला कि मेरे लिए फिटनेस कितनी अहम है, खासकर जब साल के शुरुआत में मुझे इसे लेकर चिंता थी. कुल मिलाकर मैं खुद से बेहद खुश हूं. जिस तरह से मैं इससे बाहर आया, जिस तरह से मैंने स्थिति को संभाला और सबसे अहम बात यह है कि मुझे खुद पर विश्वास था.
इस मुश्किल में निराशा पर बात करते हुए अय्यर ने काहा कि वो उस वक्त आईपीएल खेल रहे थे, इसलिए निराशा नहीं थी. पूरा फोकस आईपीएल पर था और वह जीते. श्रेयस अय्यर ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई. वह इस टूर्नामेंट में दूसरे सबसे जयादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. पांच मैचों में अय्यर ने 243 रन बनाए, जिसमें दो फिफ्टी भी शामिल है.
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