20 साल के अचिंत शिउली (Achinta Sheuli) ने भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) में तीसरा गोल्ड (Gold) मेडल दिलाया. 31 जुलाई को इस वेटलिफ्टर ने 73 किलो का रिकॉर्ड वजन उठाया. अचिंत ने कुल 313 किलो वजन उठाया जो उनके विरोधी खिलाड़ी यानी की सिल्वर मेडलिस्ट से 10 किलो ज्यादा था. ऐसे में अचिंत ने स्पोर्ट्स तक से एक्सक्लूसिव तौर पर बातचीत की जिसमें उन्होंने कई अहम सवालों के जवाब दिए. अचिंत ने कहा कि, पूरे मैच में उनका मुकाबला सिर्फ खुद से था.
मैं अपना बेस्ट देना चाहता था
अचिंत ने बताया कि, वो अपना बेस्ट प्रदर्शन देना चाहते थे. मेरी टक्कर यहां सिर्फ मलेशियन एथलीट के साथ थी और मैं अपना बेस्ट देकर अपना खुद का प्रदर्शन सुधारना चाहता था. अचिंत ने बताया कि, क्लीन एंड जर्क की दूसरी कोशिश में वो पूरी तरह ब्लैक आउट हो चुके थे. ऐसे में उस दौरान उन्हें बिल्कुल समझ नहीं आया कि वो क्या करें. लेकिन किसी तरह उन्होंने तीसरी कोशिश की.
विरोधी हमारे करीब भी नहीं
अचिंत से जब ये पूछा गया कि, क्या वो ओलिंपिक से पहले अपना वेट क्लास बदलना चाहेंगे तो इसपर उन्होंने कहा कि, वो 73 किलो कैटेगरी के लिए क्वालीफाई करना चाहते हैं. भारतीय वेटलिफ्टिंग कंटिजेंट ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में कमाल का प्रदर्शन किया है. ऐसे में अचिंत ने इसके लिए कोच को क्रेडिट दिया. अचिंत ने कहा कि, विजय सर काफी मेहनत करते हैं. ट्रेनिंग में जब मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता हूं तो वो मेरी काफी मदद करते हैं. भारत में हर कोई सुधार कर रहा है वो इन्हीं की बदौलत है. विरोधी खिलाड़ी तो हमारे करीब भी नहीं हैं.
जीत के बाद अचिंत शिउली ने पदक अपने भाई और कोच को समर्पित किया है. जीत के बाद शिउली ने कहा, मैं बहुत खुश हूं. बहुत सारे संघर्ष के बाद मैंने यह पदक जीता है. मैं अपने इस पदक को अपने भाई और कोच को समर्पित करता हूं. अब मैं ओलंपिक खेलों के लिए तैयारी करूंगा. बता दें कि, पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के रहने वाले अचिंत शिउली के भाई भी वेटलिफ्टिर थे. पिता की मौत के बाद घर की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई