भारतीय खिलाड़ी अभी इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बिजी हैं. भारत का मेडल टैली में खाता भी खुल चुका है. इस बीच 30 जुलाई को एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया और इसके चलते कई बड़े-बड़े लोग भी झांसे में आ गए. यह वीडियो युवा एथलीट हिमा दास से जुड़ा हुआ था. उनके बारे में कहा गया कि उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीता है. इसकी वजह से कई लोग गलतफहमी का शिकार हो गए. इसमें पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग भी शामिल हैं.
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं की शुरुआत से तीन दिन पहले हिमा से जुड़े वीडियो को तीन हजार से अधिक लाइक मिले और इसे छह हजार से अधिक बार रीट्वीट किया गया. ‘पिगासस’ नाम के हैंडल से ट्विटर पर डाले गए इस वीडियो में दावा किया गया है कि हिमा दास ने बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर का स्वर्ण पदक जीता. इसे कई लोगों ने सच मान लिया. हालांकि यह वीडियो 2018 में फिनलैंड के टेंपेयर में हुई अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप का है जब असम की यह धाविका चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी थी.
सहवाग फेक वीडियो में फंसे
2 अगस्त से कॉमनवेल्थ की ट्रेक एंड फील्ड स्पर्धाएं
अगर कॉमनवेल्थ गेम्स की एथलेटिक्स स्पर्धाओं की बात की जाएं तो ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धाएं 2 अगस्त से एलेक्जेंडर स्टेडियम में शुरू होंगी. हिमा को 200 मीटर दौड़ में हिस्सा लेना है जो 4 अगस्त को होगी. स्पर्धा के सेमीफाइनल और फाइनल क्रमश: पांच और छह अगस्त को होंगे. इसके अलावा वह चार गुणा 400 मीटर स्पर्धा का हिस्सा होंगी.