भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इतिहास रचते हुए लॉन बॉल्स के महिला इवेंट में पदक तय कर लिया है. वीमेंस फॉर इवेंट में भारत को सिल्वर मेडल मिलना तय है. उसे 2 अगस्त को साउथ अफ्रीका से फाइनल मुकाबला खेलना है. रुपा रानी टिर्की, नयनमणि सैकिया, लवली चौबे और पिंकी सिंह की टीम ने सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड को 16-13 से मात दी. इन खेलों में भारत पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने जा रहा है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भारत एक समय 1-6 से पिछड़ रहा था. लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार वापसी करते हुए फाइनल का टिकट कटाया. न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में दूसरे एंड के बाद भारतीय टीम 0-5 से पीछे थी. इसके बाद भारत ने मजबूत वापसी की. नौवें एंड के बाद दोनों टीमें 7-7 से बराबर थीं और 10वें एंड के बाद भारत ने 10-7 की बढ़त बना ली. लेकिन कीवी टीम ने भी हार नहीं मानी. 14वें एंड के बाद उसने 13-12 की बढ़त ले ली. लेकिन टिर्की के शानदार शॉट के चलते भारत ने आखिरकार 16-13 से मुकाबला अपने नाम कर लिया.
जीत के बाद रुपा रानी टिर्की ने पीटीआई से कहा, 'हम शब्दों में अपनी भावनाएं बयां नहीं कर सकते. हम एक टीम के रूप में लड़े और हमारा सफर यहां खत्म नहीं होता है. हमें साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी ऐसे ही खेलना होगा.'
क्या है लॉन बॉल
लॉन बॉल तीन फॉर्मेट में खेला जाता है- सिंगल्स, डबल्स और फॉर्स. यह एक दूसरे के खिलाफ उतारे गए खिलाड़ियों पर निर्भर करता है. इसमें निशाने को जैक कहा जाता है, जो इसके सबसे पास बॉल रख पाता है उसे पॉइंट मिलता है. जैक से दूरी के हिसाब से ही पॉइंट मिलते जाते हैं. इस दौरान एक निश्चित दूरी से बॉल फेंकी जाती है. चार खिलाड़ियों के फॉर्मेट में हर टीम को आठ थ्रो या रॉल करने होते हैं. एक एंड का मतलब एक राउंड होता है. एक टीम को 18 राउंड तक बॉल फेंकनी होती है. इसमें जिसके सबसे ज्यादा पॉइंट होते हैं वह मैच जीतता है.