कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मंगलवार का दिन भारत के लिए मंगलकारी खबरें लेकर आया. लॉन बॉल्स में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने के थोड़ी देर बाद ही भारत की टेबल टेनिस पुरुष टीम ने भी स्वर्ण पदक अपने कब्जे में कर लिया. भारत ने 3-1 से ये मुकाबला अपने नाम किया. सबसे पहले डबल्स मैच में भारत के हरमीत देसाई और साथियान ने सिंगापुर के योंग इजाक और ये इन कोएन की जोड़ी को 3-0 से मात दी. दूसरे मैच में हालांकि झे यु क्लेरेंस ने दिग्गज अचंता शरत कमल को 3-1 से मात देकर भारत को झटका दिया. लेकिन इसके बाद साथियान ने ये एन कोएन को रिवर्स सिंगल में 3-1 से मात दी तो गोल्ड का रास्ता हरमीत देसाई ने झे यु क्लेरेंस को 3-0 से मात देकर साफ किया.
जीत से खुला भारत का खाता
हरमीत देसाई और जी साथियान की जोड़ी ने योन इजाक क्वेक और यू इन कोएन पांग की जोड़ी को 13-11, 11-7, 11-5 से शिकस्त देकर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई. लेकिन दिग्गज शरत कमल अपने लय को जारी नहीं रख सके. सेमीफाइनल में नाइजीरिया के विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी अरुणा कादरी को हराने वाले शरत पुरुष एकल के पहले मैच में झे यू क्लारेंस चीयू हार गए. सिंगापुर के खिलाड़ी ने उन्हें 11-7, 12-14, 11-3, 11- 9 से हराया.
भारत का पांचवां गोल्ड
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ये भारत का पांचवां स्वर्ण पदक है. इसके साथ ही भारत के अब तक पांच स्वर्ण सहित कुल 11 पदक हो गए हैं. इनमें तीन सिल्वर और तीन ब्रॉंज मेडल भी शामिल हैं. सबसे पहले वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, फिर जेरेमी और अचिंता ने स्वर्ण दिलाया. उसके बाद लॉन बॉल्स में महिलाओं की चौकड़ी ने इतिहास रचते हुए पीला तमगा हासिल किया. इसके बाद पांचवां स्वर्ण पदक टेबल टेनिस में आया.