भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के चौथे दिन वेटलिफ्टिंग में निराशा झेलनी पड़ी. पुरुषों की 81 किलो कैटेगरी में अजय सिंह केवल एक किलो वजन के अंतर से मेडल से चूक गए. उन्हें स्नैच में कम भार उठाने और क्लीन एवं जर्क में गलती का खामियाजा उठाना पड़ा. अजय सिंह ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया था और वे मामूली अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गए. 25 साल के इस वेटलिफ्टर ने 81 किलोग्राम स्पर्धा में कुल 319 किग्रा (143 किग्रा और 176 किग्रा) वजन उठाया और वे चौथे स्थान पर रहे.
घरेलू दर्शकों को इंग्लैंड के क्रिस मरे ने निराश नहीं किया और कुल 325 किलो (144 किलो और 181 किलो) वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स के नए रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता. ऑस्ट्रेलिया के काइल ब्रूस ने कुल 323 किलो (143किलो और 180 किलो) वजन उठाकर रजत पदक जीता जबकि कनाडा के निकोलस वाचोन ने 320 किलो (140 किलो और 180 किलो) वजन उठाकर कांस्य पदक अपने नाम किया.
धीमी रही अजय की शुरुआत
अजय की शुरुआत धीमी रही. उन्हें शुरुआती स्नैच प्रयास में संतुलन हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा. भारतीय भारोत्तोलक बोर्ड खत्म होने से कुछ ही पहले रुक गया और तीन में से एक जज ने लाल बत्ती जला दी लेकिन 137 किलो के उनके प्रयास को अंततः वैध माना गया.अजय ने दूसरे प्रयास में 140 किलो और फिर 143 किलो वजन उठाया जिससे वह स्नैच वर्ग समाप्त होने के बाद ब्रूस के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर थे. स्नैच में उनका तीसरा प्रयास हालांकि उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड से चार किलोग्राम कम था.
आखिरी कोशिश में चूक गए अजय
क्लीन एवं जर्क में अजय ने 172 किलो के साथ शुरुआत की और फिर चार किलो वजन बढ़ाकर 176 किलो वजन उठाया. उन्हें दूसरे प्रयास को सफल बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. अजय, ब्रूस, मरे और वाचोन के बीच शीर्ष तीन स्थान के लिए चौतरफा लड़ाई थी. अंत में स्नैच में कम वजन उठाने और क्लीन एवं जर्क में अंतिम प्रयास में 180 किलो का असफल प्रयास अजय को महंगा पड़ा और वह पोडियम पर जगह बनाने से चूक गए.