मुरली श्रीशंकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इतिहास रच दिया है. उन्होंने लंबी कूद यानी लॉन्ग जंप में सिल्वर मेडल जीता है. वे कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन्ग जंप में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट हैं. उनसे पहले 1978 में सुरेश बाबू ने कांसा जीता था. साथ ही यह भारत का लॉन्ग जंप में चौथा मेडल है. मुरली श्रीशंकर, सुरेश बाबू के अलावा अंजू बॉबी जॉर्ज और प्रज्युषा मलियाक्कल ने भी मेडल जीत रखे हैं. अंजू ने 2002 मैनचेस्टर में हुए खेलों में कांस्य पदक जीता था. वहीं प्रज्युषा ने 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर हासिल किया था.
मुरली श्रीशंकर ने 8.08 मीटर की छलांग लगाई. गोल्ड जीतने वाले बहामास के लकान नेर्न ने भी 8.08 की छलांग लगाई लेकिन उनकी दूसरी बेस्ट छलांग श्रीशंकर से बेहतर रही थी. नेर्न की दूसरी छलांग 7.94 की रही जबकि श्रीशंकर ने 7.84 मीटर की छलांग लगाई गई थी. मुरली श्रीशंकर की फाइनल में शुरुआत सुस्त रही. उनकी पहली छलांग 7.60 मीटर की रही. इसके बाद उन्होंने सुधार किया और 7.84 मीटर की छलांग लगाई. लेकिन इसके बाद भी वे मेडल रेस में पांचवें नंबर पर ही रहे. उनकी तीसरी छलांग भी 7.84 मीटर की ही रही.
इस स्पर्धा में मोहम्मद अनीस याहिया भी शामिल थे लेकिन वे 7.97 मीटर की छलांग के बावजूद पांचवें नंबर पर रहे.