कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से पहले स्मृति मांधना का बड़ा बयान, कहा- ये टीम मेरे लिए बड़ी टीम नहीं

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से पहले स्मृति मांधना का बड़ा बयान, कहा- ये टीम मेरे लिए बड़ी टीम नहीं

राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में पहली बार शामिल किए गए महिला क्रिकेट के शुरुआती मुकाबले में भारतीय टीम के सामने पांच बार की टी20 विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की चुनौती होगी. लेकिन अनुभवी सलामी बल्लेबाज स्मृति मांधना ने इस प्रतिद्वंद्वी को मजबूत मानने से इनकार कर दिया. हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारत राष्ट्रमंडल खेलों में अपने अभियान को 29 जुलाई को शुरू करेगा. मांधना ने कहा कि टीम ने अपने हर प्रतिद्वंद्वी के लिए योजनाएं बनाई हैं. इंग्लैंड रवाना होने से पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, ‘‘हमने कई टूर्नामेंटों के शुरूआती मैचों में ऑस्ट्रेलिया का सामना किया है.’’


ऑस्ट्रेलिया को बड़ी टीम कहना ठीक नहीं 
भारतीय उपकप्तान ने कहा, “ टी20 टूर्नामेंट में कोई भी टीम किसी भी को मात दे सकती है. मैं ऑस्ट्रेलिया को एक बड़ी टीम कह कर उन्हें इसके बारे में अच्छा महसूस नहीं कराना चाहूंगी और न ही अपनी रातों की नींद खराब करूंगी. निश्चित रूप से हमारे दिमाग में ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और बारबाडोस के मैच महत्वपूर्ण हैं. हम इन सभी मैचों को जीतना चाहेंगे.’’ भारत को इस साल के शुरुआत में टी20 विश्व कप के अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था. भारतीय टीम श्रीलंका में एकदिवसीय और टी 20 सीरीज जीतकर बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए जायेगी और स्मृति ने कहा, ‘‘हमारी तैयारी वास्तव में अच्छी है और मुझे उम्मीद है कि हम पदक के साथ लौटेंगे. हमारा लक्ष्य सिर्फ शीर्ष तीन में रहना नहीं है, हम स्वर्ण जीतना चाहते है.’’

बायें हाथ की इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘हम सभी ने ओलिंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों को देखा है, जब भारतीय ध्वज ऊंचा होता है और हम राष्ट्रगान सुनते हैं. हम जानते हैं कि यह किस तरह की भावना पैदा करता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ निश्चित रूप से हमने स्वर्ण जीतने का लक्ष्य बनाया है.  मुझे नहीं लगता कि हम सिर्फ पोडियम फिनिश (शीर्ष तीन) की तलाश करेंगे.’’


नीरज चोपड़ा हमारे लिए प्रेरणा के पात्र हैं 
मांधना ने भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि को लेकर कहा कि, टीम अपने पहले बहु-खेल आयोजन में उनकी उपलब्धि से प्रेरणा लेगी. उन्होंने कहा, ‘‘जब नीरज ने टोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीता तो सचमुच मेरे रोंगटे खड़े हो गये थे. हमारे पास उस तरह की उपलब्धि हासिल करने का मौका है. बेशक यह ओलिंपिक के लिए नहीं बल्कि राष्ट्रमंडल के लिए, लेकिन हम सभी वास्तव में उत्साहित हैं.’’