R Ashwin: भारतीय फैंस आर अश्विन के 500 विकेटों का जश्न मना रहे हैं. अश्विन अब टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 500 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे सबसे तेज गेंदबाज बन गए हैं. अश्विन (R Ashwin) ने ये कमाल इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्रॉली को आउट कर किया. लेकिन अश्विन का 500वां विकेट देख इंग्लैंड के पूर्व कप्तान को मिर्ची लग गई. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेस्टर कुक ने अश्विन पर हमला बोला है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान का तंज अश्विन की गेंदबाजी पर नहीं था, बल्कि बल्लेबाजी करते समय उनकी 'रणनीति' पर था, क्योंकि वह पिच पर दौड़ रहे थे, जिसके चलते अंपायर ने टीम पर पांच रन का जुर्माना लगाया. कुक को लगता है कि अश्विन की हरकत जानबूझकर की गई थी क्योंकि वह गेंदबाजी करते समय अपने लिए अधिक फायदा तलाशने की कोशिश कर रहे थे.
कुक का आरोप
भारत की पारी के 104वें ओवर के दौरान, अश्विन ने रेहान अहमद की एक गेंद को ऑफ-साइड की ओर मारा और रन लेने के लिए दौड़े. अश्विन जब दौड़ रहे थे तब वो बीच पिच पर गलती से आ गए. जिसके बाद अंपायर जोएल विल्सन ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया. और चूंकि यह दूसरी बार था जब कोई भारतीय बल्लेबाज इसके लिए दोषी था, इसलिए भारत पर जुर्माना लगाया गया. भारतीय टीम पर 5 रन का जुर्माना लगाया गया लेकिन इससे इंग्लैंड को फायदा हुआ और इंग्लैंड के खाते में पांच रन जुड़ गए. ऐसे में अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि इंग्लैंड की पारी 5/0 से क्यों शुरू हुई, तो ये था पूरा मामला.
गेंदबाजी में फायदा के लिए अश्विन ने किया ऐसा
कुक को हालांकि लगता है कि अश्विन ने ये जानबूझकर किया और यह अश्विन की ओर से पिच को क्रैक और तोड़ने की एक चाल थी, ताकि जब गेंदबाजी करने की बारी आए, तो स्पिनर खुरदरेपन का फायदा उठा सके. कुक ने अश्विन की खेल भावना पर सवाल उठाते हुए उन्हें गलत ठहराया. टीएनटी स्पोर्ट्स से बातचीत में कुक ने कहा कि क्या ये जानबूझकर किया गया? हां ये जानबूझकर किया गया क्योंकि वो विकेट की बीच में आ गए थे. अश्विन को गेंदबाजी में इससे फायदा मिलेगा. क्या या स्पोर्ट्समैनशिप थी. नहीं ये नहीं थी.
बता दें कि 500 विकेट लेने वाले अश्विन इस उपलब्धि तक पहुंचने वाले सबसे तेज भारतीय खिलाड़ी हैं, जो 98 टेस्ट में यहां तक पहुंचे हैं. कुंबले ने 105 मैचों में ये कारनामा किया है. बता दें कि सबसे तेज 500 टेस्ट विकेट तक पहुंचने का रिकॉर्ड एकमात्र मुथैया मुरलीधरन के नाम है, जिन्हें इतिहास रचने के लिए सिर्फ 87 मैचों का सहारा लिया था.
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