इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर भारत के खिलाफ चौथे टी20 मैच में शिवम दुबे के कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में हर्षित राणा के खेलने से खुश नहीं है. उनका कहना है कि यह रिप्लेसमेंट जैसा नहीं था. दुबे ऑलराउंडर हैं तो राणा तेज गेंदबाज हैं. मैच के बाद इंग्लिश कप्तान बटलर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब्स्टीट्यूट को लेकर जब सवाल किया गया तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. बटलर इसे एक जैसा रिप्लेसमेंट नहीं मानते. उनका कहना है कि जब वह रन चेज में बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे तो राणा को देखकर वह हैरान रह गए थे. उन्होंने कहा कि उन्हें मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से कुछ सवाल पूछने हैं. बटलर ने पुणे में 15 रन से मिली हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
या तो शिवम दुबे ने गेंदबाजी में 25 मील प्रति घंटे की रफ्तार बढ़ा ली है या हर्षित ने वास्तव में अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है. यह एक जैसा रिप्लेसमेंट नहीं है. हम इससे सहमत नहीं हैं. यह खेल का हिस्सा है.मुझे अभी भी लगता है कि हमें मैच जीतना चाहिए था, लेकिन हम इस फैसले से असहमत हैं.
कोई चर्चा नहीं हुई. जब मैं बल्लेबाजी करने आया तो सोच रहा था कि 'हर्षित किसकी जगह पर हैं' और मुझे बताया गया कि वह कन्कशन रिप्लेसमेंट है, जिससे मैं साफ तौर पर असहमत था. यह एक जैसा रिप्लेसमेंट नहीं है. उन्होंने [अंपायरों] कहा कि मैच रेफरी ने फैसला किया था. इसलिए इसमें या इसके किसी भी पार्ट में हमारी कोई भूमिका नहीं थी. हम जवागल श्रीनाथ [मैच रेफरी] से कुछ सवाल पूछेंगे ताकि इस बारे में कुछ स्पष्ट हो सके.
आईसीसी के नियम में साफतौर से कहा गया है कि कन्कशन रिप्लेसमेंट से दूसरी टीम को कोई फायदा नहीं मिलना चाहिए. शिवम दुबे की फिफ्टी के दम पर टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 9 विकेट पर 181 रन बनाए. जिसके बाद उनके रिप्लेसमेंट राणा ने अपने टी20 डेब्यू में चार ओवर में 33 रन पर तीन विकेट लिए और टीम को जीत दिलाई. हालांकि बटलर राणा को इंग्लैंड की हार का एकमात्र वजह नहीं मानते बटलर ने आगे कहा-
नहीं, खेल के दौरान हमसे कोई सलाह नहीं ली गई और ना ही हमसे इस बारे में पूछा गया. यह पूरी वजह नहीं है कि हम मैच क्यों नहीं जीत पाए और हमारे पास खेल जीतने के मौके थे, जिन्हें हम अभी भी भुना सकते थे, लेकिन हां मैं इस बारे में थोड़ी स्पष्टता चाहता हूं.
इसके बाद उन्होंने तंज कसते हुए कहा-
शायद अगले मैच में टॉस के समय मैं कहूंगा कि हम 12 खिलाड़ी भी खेलेंगे.
बटलर ने अप्रत्यक्ष रूप से इसकी तुलना इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इम्पैक्ट प्लेयर नियम से की.
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