India tour of england: पूर्व भारतीय क्रिकेट संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के हेड कोच गौमत गंभीर और अजीत अगरकर पर बड़ा बयान दिया है. मांजरेकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन लोगों ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर पहले ही सोच लिया कि कौन इंग्लैंड दौरे पर अच्छा करेगा और कौन फेल होगा. इंग्लैंड दौरे की शुरुआत 20 जून से हो रही है. मांजरेकर ने कहा कि सरफराज खान का टेस्ट टीम से बाहर होना मेरे लिए चौंकाने वाला है. सेलेक्टर्स ने इस दरान करुण नायर और साई सुदर्शन को 18 सदस्यीय टीम में लेने का फैसला किया.
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मांजरेकर ने टीम चयन पर उठाए सवाल
हिंदुस्तान टाइम्स के लिए लिखते हुए मांजरेकर ने कहा कि, अगरकर और गौतम गंभीर के नेतृत्व में नए कप्तान के पास कम कहने का अधिकार है. मैं चयन की एक ऐसी शैली देख रहा हूं जो काफी दिलचस्प और थोड़ी परेशान करने वाली है. गंभीर के नेतृत्व में और रोहित के न होने के बाद, मैं इस प्रबंधन में चयन करते समय के प्रदर्शन को पहले से ही भांप लेने की प्रवृत्ति देखता हूं. जैसे, यहां खुद के विचार के आधार पर खिलाड़ियों की संभावित सफलता और विफलता के बारे में अपना दृष्टिकोण लागू करना है.
बता दें कि, सरफराज ने आखिरी बार भारत के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में खेला था, जहां उन्होंने बेंगलुरु में पहले टेस्ट में शानदार 150 रन बनाए थे. दूसरे और तीसरे टेस्ट में उन्होंने ज्यादा रन नहीं बनाए, लेकिन बाकी भारतीय बल्लेबाजों ने भी ऐसा नहीं किया. भारत का अगला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके घर में था, लेकिन 27 साल का खिलाड़ी पांच टेस्ट मैचों में से किसी में भी प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में असफल रहा. सरफराज खान का उदाहरण लें. चार टेस्ट मैचों में तीन अर्द्धशतक और घर पर 150 रन और उसके बाद केवल चार पारियों में विफलता और सरफराज को ऑस्ट्रेलिया में एक भी मैच नहीं मिला. इंग्लैंड दौरे के लिए भी, हाल के दिनों में उनके प्रदर्शन के बावजूद उन्हें बाहर रखा गया है, जो करुण नायर से पूरी तरह से बेहतर है. इसलिए, यह गैर-चयन प्रदर्शन के बारे में नहीं है, यह लीडरशिप ग्रुप में किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति के बारे में है जो सोचता है कि सरफराज इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में रन नहीं बना पाएंगे, और करुण नायर बना लेंगे."