इंग्लैंड को पाकिस्तान से मुल्तान में खेले गए दूसरे टेस्ट में 152 रन से हार का सामना करना पड़ा. 297 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेहमान टीम चौथे दिन के पहले सेशन में ही 144 रन पर सिमट गई. इससे तीन टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई. इंग्लैंड ने पहला टेस्ट पारी और 47 रन से अपने नाम किया था. बेन स्टोक्स ने दूसरे टेस्ट से क्रिकेट के मैदान पर वापसी की. वे काफी समय से चोटिल चल रहे थे. लेकिन वापसी वाले मुकाबले में उनकी टीम को शिकस्त मिली. स्टोक्स ने नतीजे के बाद स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए बताया कि उन्होंने दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन के खेल के बाद अपनी टीम के खिलाड़ियों से माफी मांगी. उन्होंने ऐसा मैदान पर गुस्सा दिखाने के चलते किया.
इंग्लिश फील्डर्स ने तीसरे दिन के खेल के दौरान पाकिस्तानी बल्लेबाजों को जीवनदान दिए. इस दौरान तेज गेंदबाज ब्राइडन कार्स के ओवर में ही दो बार कैच टपकाए गए. इससे स्टोक्स आपा खो बैठे. उन्होंने कैच छोड़े जाने पर नाराजगी जाहिर की और खिलाड़ियों पर गुस्सा किया. स्टोक्स ने दूसरे टेस्ट के नतीजे के बाद स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा कि पिछली रात को उन्होंने आपा खोने पर अपनी टीम के साथियों से माफी मांगी.
स्टोक्स ने माफी मांगते हुए क्या कहा
उन्होंने कहा, 'कोई भी कैच छोड़ना नहीं चाहता है. उपमहाद्वीप के हालातों में कैच काफी अहम होते हैं. यहां आसानी से मौके नहीं मिलते. मैंने इस बारे में (गुस्सा करने पर) ग्रुप से पिछली रात को माफी मांगी थी. आप सही कह रहे हैं कि कप्तानी संभालने के बाद मैंने पहली बार भावनाओं को खुद पर हावी होने दिया. इससे मेरी बॉडी लैंग्वेज का खुलासा हुआ. मैं ऐसा नहीं करना चाहूंगा. इसलिए मैंने माफी मांगी. मैंने उनसे कहा कि दोबारा से ऐसा नहीं होगा.'
स्टोक्स की चोट के बाद वापसी
स्टोक्स दी हंड्रे़ड टूर्नामेंट में हैमस्ट्रिंग चोटिल करा बैठे थे. इसकी वजह से वे खेल से दूर हो गए. वे इंग्लिश टीम के साथ पाकिस्तानी दौरे पर आए थे लेकिन पहला टेस्ट नहीं खेल पाए. मुल्तान टेस्ट की पहली पारी में वे नौ रन बना सके और साजिद खान ने उन्हें बोल्ड किया. दूसरी पारी में उन्होंने 37 रन बनाए. इस बार नोमान अली ने उन्हें स्टंप कराया. स्टोक्स ने इस टेस्ट में बॉलिंग भी की और 10 ओवर कराए.