वानखेड़े के मैदान पर मंगलवार को तूफान आया और इस तूफान का नाम ग्लेन मैक्सवेल था. मैक्सवेल ने नाबाद 201 रन की पारी खेल नया इतिहास बना दिया. इस दौरान जिस एक खिलाड़ी ने इस पारी को बेहद करीब से देखा वो टीम के कप्तान पैट कमिंस थे. पैट कमिंस मैक्सवेल का साथ देने के लिए क्रीज पर जमे रहे और अंत तक उनका साथ निभाते चले गए. मैक्सवेल ने वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे धांसू पारी खेल अफगानिस्तान के जबड़े से जीत छीन ली. 91 रन पर ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट गिरने के बाद हर फैन ये सोच बैठा था कि अफगानिस्तान की टीम ये मैच जीत रही है लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 292 रन के लक्ष्य का पीछा कर कमाल कर दिया.
मैक्सवेल को इस पारी के दौरान 2 से ज्यादा जीवनदान मिले. मैक्सवेल जब 27 पर थे तब वो lbw हो गए. इसके बाद मुजीब उर रहमान ने उनका 33 रन पर कैच छोड़ा. पैट कमिंस ने मैक्सवेल के साथ 202 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की और 68 गेंद पर सिर्फ 12 रन बनाए. कमिंस ने अंत तक क्रीज नहीं छोड़ा.
मैंने जो देखा उसे बयां नहीं कर सकता
मुंबई की उमस भरी गर्मी में मैक्सवेल को काफी ज्यादा दिक्कत हुई और ये खिलाड़ी क्रैम्प्स के चलते लगातार दर्द से कराहता रहा. मैक्सवेल को इस दौरान काफी ज्यादा ब्रेक मिले और कई बार फिजियो को मैदान पर आना पड़ा. मैक्सवेल ने अपनी पारी में 10 छक्के और 21 चौके लगाए. आखिरी ओवर में इस बल्लेबाज ने 3 छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी. कमिंस ने मैच के बाद कहा कि, मुझे नहीं पता कि मैं इस पारी को आपके सामने कैसे पेश करूं.
कमिंस ने आगे कहा कि, ये सबसे बड़ी चीज हुई है. एक दिन लोग जरूर कहेंगे कि जब मैक्सवेल अपनी ये पारी खेल रहे थे तब हम उस स्टेडियम में मौजूद थे. मैक्सवेल महान हैं और काफी शांत हैं. उनके पास प्लान था. मेरे लिए ये बेहद स्पेशल था. मैक्सवेल काफी दर्द में थे और मुझे लगा कि वो मैदान अब छोड़कर चले जाएंगे. हमारे पास दो न्यू साउथ वेल्स के खिलाड़ी थे. जम्पा तीन बार नीचे आए और फिर ऊपर गए लेकिन मैक्सवेल वहां रहना चाहते थे. आपको ये समझना होगा कि आप कहीं से भी जीत हासिल कर सकते हैं. हमारी टीम ने राहत की सांस ली है क्योंकि हम सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं.
ये भी पढ़ें
मिचेल स्टार्क ने यह क्या किया! बल्ले का किनारा नहीं लगा फिर भी कैच आउट होकर चले गए, देखिए हैरानी भरा Video
AUS vs AFG: नवीन उल हक ने मिचेल मार्श को आउट कर मनाया जोरदार जश्न तो चिढ़ा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी, बल्ला दिखाकर धमकाया!