2019 वर्ल्ड कप से 2023 तक कितनी बदल गई है टीम इंडिया? युवा दिलाएंगे कप या रोहित- कोहली का अनुभव आएगा काम

2019 वर्ल्ड कप से 2023 तक कितनी बदल गई है टीम इंडिया? युवा दिलाएंगे कप या रोहित- कोहली का अनुभव आएगा काम

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साल 2019 से लेकर अब तक कई खिलाड़ी टीम इंडिया में बदल चुके हैं.इसमें सबसे बड़ा बदलाव धोनी का न होना है.वर्तमान में भारतीय टीम में युवा और अनुभव का शानदार कॉम्बिनेशन है.

भारत ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप (ODI World Cup) के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है. 5 सितंबर को सेलेक्टर्स ने 15 मेंबर्स वाली टीम का ऐलान किया. इस टीम से संजू सैमसन, तिलक वर्मा और प्रसिद्ध कृष्णा को बाहर कर दिया गया जबकि इशान किशन, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को मौका मिला है. पहली बार ऐसा होगा भारत अकेले दम वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन करेगा. साल 2019 में धोनी का दिल तोड़ने वाला रनआउट और अंत में न्यूजीलैंड से मिली हार ने टीम इंडिया का खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया था.

 

साल 2019 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी लेकिन साल 2023 में अब टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में हैं. ऐसे में 4 साल में टीम इंडिया काफी बदल गई है और कई नए खिलाड़ियों की भी एंट्री हो चुकी है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि, युवा खिलाड़ी अकेले दम पर टीम को खिताब दिला पाएंगे या रोहित- कोहली का सालों का अनुभव कमाल दिखाएगा.

 

साल 2023 वर्ल्ड कप में कुछ ऐसे नाम हैं जो साल 2019 में भी टीम का हिस्सा थे. इसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव और मोहम्मद शमी का नाम शामिल है. वहीं केएल राहुल भी चोट से उबर चुके हैं और दूसरी बार अपने करियर में वर्ल्ड कप खेलेंगे.

 

4 साल में कितनी बदल गई है टीम इंडिया

 

टीम इंडिया के स्टार ओपनर शुमभन गिल भले ही पिछले कुछ समय से फ्लॉप रहे हों लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से वर्ल्ड क्रिकेट को जरूर हिलाकर रख दिया है. ऐसे में ये उनके करियर का पहला आईसीसी इवेंट है. श्रेयस अय्यर भी चोट से वापसी कर रहे हैं और पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा हैं. इशान किशन और सूर्यकुमार यादव भी वो खिलाड़ी हैं जो पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेल रहे हैं और अब तक अपने धांसू प्रदर्शन से वर्ल्ड क्रिकेट में नाम बना चुके हैं.

 

साल 2015 में अक्षर पटेल टीम इंडिया का हिस्सा थे लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला. जबकि 2019 में भी वो टीम का हिस्सा रहे थे. मोहम्मद सिराज का भी वनडे वर्ल्ड कप का डेब्यू है. इसके अलावा शार्दुल ठाकुर भी पहली बार ये टूर्नामेंट खेलेंगे.

 

इन खिलाड़ियों की खलेगी कमी

 

साल 2019 में कई सीनियर खिलाड़ी थे जिनपर टीम इंडिया निर्भर थी. इसमें सबसे बड़ा नाम वर्ल्ड कप विजेता कप्तान एमएस धोनी का है. वहीं साल 2019 वर्ल्ड कप के बाद दिनेश कार्तिक भी बाहर हैं. इसके अलावा कार एक्सीडेंट में लगी चोट से रिकवरी करने वाले ऋषभ पंत भी बाहर हैं. 50 ओवर आईसीसी इवेंट में लगातार टीम इंडिया के लिए रन बनाने वाले शिखर धवन भी इस बार टीम का हिस्सा नहीं हैं. इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार भी जो साल 2022 से बाहर चल रहे हैं वो भी इस बार टीम में नहीं हैं.

 

बता दें कि साल 2019 में जब विजयशंकर का चयन हुआ था तब काफी लोगों ने सवाल उठाए थे और इस बार ये खिलाड़ी दूर दूर तक भी टीम इंडिया की प्लानिंग का हिस्सा नहीं था. केदार जाधव भी सालों तक वनडे टीम का हिस्सा रहे थे लेकिन साल 2020 में वो आखिरी बार वनडे जर्सी में नजर आए थे. ऐसे में अब सारा दारोमदार युवा और अनुभवी खिलाड़ियों पर हैं. भारत के पास अच्छा मौका है अपनी धरती पर जीतने का. लेकिन पिछले कुछ महीनों में जो टीम इंडिया से चूक होती आ रही है. उससे अगर भारतीय टीम सीख नहीं लेती है तो इस टीम के लिए खिताब दूर की कौड़ी साबित हो जाएगी.

 

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