Harbhajan on Hardik Pandya: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया के उप कप्तान हार्दिक पंड्या के लिए पिछले 2 महीने इतने बुरे रहे जिसका अंदाजा उन्हें भी नहीं था. हार्दिक को लगा था कि गुजरात टाइटंस से मुंबई इंडियंस में वापसी करने के बाद वो और कमाल करेंगे. लेकिन सबकुछ पलट गया और हार्दिक की कप्तानी के साथ उनकी टीम पर भी सवाल उठने लगे. न तो मुंबई जीती और न ही हार्दिक गेंद- बल्ले से कमाल दिखा पाए. ऐसे में हार्दिक टी20 वर्ल्ड कप 2024 में क्या करेंगे और क्या नहीं. फैंस को अब उनपर भरोसा नहीं रहा है. लेकिन टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने पंड्या को लेकर बड़ा बयान दिया है. हरभजन सिंह चाहते हैं कि यह भारतीय हरफनमौला आगामी टी20 विश्व कप में अपने प्रभावी प्रदर्शन से इस बुरे समय को पीछे छोड़े. उनके लिए चीजें उस समय और मुश्किल हो गयी जब स्टेडियम के अंदर दर्शक उनके खिलाफ हूटिंग करने लगे.
भारतीय टीम की जर्सी में पंड्या करेंगे कमाल
हरभजन को हालांकि उम्मीद है कि अमेरिका में टी20 विश्व कप के दौरान चीजें बदलेंगी. पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में भज्जी ने कहा कि जब वह नीली जर्सी (भारतीय टीम की जर्सी) पहनेगा तो वह एक अलग हार्दिक पंड्या होगा क्योंकि हम जानते हैं कि वह रन बना सकता है और विकेट ले सकता है. मैं चाहता हूं कि हार्दिक अच्छा प्रदर्शन करें क्योंकि वह बहुत कुछ झेल चुका है और मैं उन्हें भारत के लिए बहुत अच्छे टूर्नामेंट के लिए शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा, ‘‘ हार्दिक के लिए अगर यह टूर्नामेंट अच्छा रहा तो जाहिर तौर पर भारत के पास आगे बढ़ने का शानदार मौका होगा.’’ इस 43 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘हां, उनकी फॉर्म थोड़ी चिंता का विषय है. उनके आसपास बहुत सारी चीजें चल रही थीं, उनका गुजरात (टाइटंस) से मुंबई (इंडियंस) स्थानांतरित होना एक बड़ा बदलाव था और मुंबई ने कप्तान के तौर पर हार्दिक के प्रति अच्छी प्रतिक्रिया नहीं दी थी.’’ हार्दिक को दर्शकों के विरोध का सामना इसलिए करना पड़ा क्योंकि मुंबई की फ्रेंचाइजी ने बेहद सफल रोहित शर्मा की जगह उन्हें कप्तानी सौंप दी.
मैनेजमेंट को देना होगा साथ: हरभजन
हरभजन ने कहा, ‘‘विश्व कप जीतना आईपीएल ट्रॉफी जीतने से भी बड़ी उपलब्धि है, इसलिए मैं प्रबंधन से सभी को एक साथ लाने और उनकी एकजुटता सुनिश्चित करने का आग्रह करूंगा ताकि वे एक टीम के तौर पर खेल सकें. उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि एक साथ आना और एक साथ जीतना प्रबंधन की जिम्मेदारी है. अगर वे हारते भी हैं तो उन्हें एक साथ हारना चाहिए.’’
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