Kl rahul- Justin Langer: टीम इंडिया के हेड कोच को लेकर अब तक कई अलग अलग नाम आ चुके हैं. लेकिन इसमें रिकी पोंटिंग और स्टीफन फ्लेमिंग ने खुद को अलग कर लिया है. लेकिन इस बीच एक बड़ी रिपोर्ट आ रही है. ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार जस्टिन लैंगर भी अब टीम इंडिया के कोच नहीं बनेंगे. जस्टिन लैंगर को ये सलाह लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल ने दी है. लैंगर ने बताया कि राहुल ने उन्हें कहा कि आप जानते हैं, अगर आपको लगता है कि आईपीएल टीम में दबाव और राजनीति है, तो इससे एक हजार गुणा ज्यादा दबाव भारतीय टीम की कोचिंग में है. लैंगर ने अब कहा है कि, मुझे लगता है कि राहुल ने अच्छी सलाह दी है.
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 के साथ ही द्रविड़ का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. ऐसे में बोर्ड उससे पहले ही नए हेड कोच का नाम फाइनल करना चाहती है. इसके लिए बोर्ड ने आवेदन मांगे हैं, जिसकी डेडलाइन 27 मई है.
पोंटिंग कर चुके हैं मना
बता दें कि बीसीसीआई ने टीम इंडिया के हेड कोच के लिए सभी दिग्गज खिलाड़ियों से आवेदन मांगे हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस पद के लिए मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि, मैंने अपने नाम के बारे में रिपोर्ट्स देखी थी. आज कल आपके पास जानकारी आने से पहले सोशल मीडिया में पहले से ही सब कुछ चलने लगता है. आईपीएल के दौरान मेरी अकेले में इस जॉब को लेकर व्यक्तिगत तौरपर बातचीत हुई थी. वह बस इस काम के लिए मेरा इंटरेस्ट जानना चाहते थे कि मैं इसे करना चाहूंगा या नहीं.
रिकी पोंटिंग ने आगे कहा, मैं टीम इंडिया के सीनियर कोच की नौकरी करना चाहूंगा लेकिन मुझे मेरे जीवन में थोड़ा समय भी चाहिए. सभी जानते हैं कि अगर आप भारतीय कोच बन गए तो फिर आईपीएल में कोचिंग नहीं कर सकेंगे और मुझे इससे बाहर होना पड़ेगा. इसके अलावा राष्ट्रीय कोच होने का मतलब है कि 10 से 11 महीने काम करना होगा. मैं इस काम को पसंद करता और मेरे बेटे को जब मैंने ये बात बताई तो उसने फ़ौरन कहा कि पापा आपको इसे लेना चाहिए. लेकिन ये मेरी लाइफ स्टाइल में फिट नहीं बैठता है.
फ्लेमिंग को भी नहीं है दिलचस्पी
वहीं स्टीफन फ्लेमिंग भी ये कह चुके हैं वो टीम इंडिया के लिए अपने घर से 8-9 महीने दूर नहीं रह सकते. चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ काशी विश्ननाथन ने ये साफ किया कि उन्होंने फ्लेमिंग से बात की थी लेकिन उन्होंने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
बता दें कि बीसीसीआई के मुताबिक, हेड कोच बनने के लिए कैंडिडेट कम से कम 30 टेस्ट मैच या 50 वनडे मैच खेला हुआ होना चाहिए. या कैंडिडेट के पास कम से कम 2 साल तक किसी फुल मेंबर टेस्ट खेलने वाले देश का हेड कोच होना चाहिए. या कैंडिडेट किसी एसोसिएट मेंबर टीम/किसी IPL टीम या फिर ऐसी ही किसी लीग या फर्स्ट क्लास टीम या फिर किसी देश की A टीम का 3 साल तक कोच रहा हो.
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