ऑस्ट्रेलिया ने लगाया महिला टी20 वर्ल्ड कप जीतने का छक्का, साउथ अफ्रीका का टूटा सपना, आंसुओं में डूबीं खिलाड़ी

ऑस्ट्रेलिया ने लगाया महिला टी20 वर्ल्ड कप जीतने का छक्का, साउथ अफ्रीका का टूटा सपना, आंसुओं में डूबीं खिलाड़ी

ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम (Australia Women Cricket Team_ने वर्ल्ड कप जीता. यह एक ऐसी लाइन है जो साल 2018 के बाद से बार-बार हर बार लिखी जा रही है. हर बार महिलाओं का वर्ल्ड कप होता है और हरेक बार ऑस्ट्रेलिया जीत जाता है. ऐसा कहा जाता है कि महिला वर्ल्ड कप होता ही इसलिए है ताकि बाकी टीमें ऑस्ट्रेलिया से फाइनल में हारने के लिए खेल सकें. साउथ अफ्रीका में साल 2023 में भी ऐसा ही हुआ. मेग लेनिंग (Meg Lanning) की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया ने महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 (Women's T20 World Cup 2023) का खिताब जीता. मेजबान साउथ अफ्रीका को हराकर उसने लगातार तीसरी और कुल छठी बार यह खिताब जीता. फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने 19 रन से कामयाबी हासिल की. पहले बैटिंग करते हुए उसने बेथ मूनी के नाबाद 74 रन के बूते छह विकेट पर 156 रन का स्कोर खड़ा किया. इसके जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम छह विकेट पर 137 रन ही बना सकी. उसकी तरफ से ओपनर लॉरा वूलवर्ट ने 61 रन की लड़ाकू पारी खेली. लेकिन ऑस्ट्रेलिया से पार नहीं पाई जा सकी.

 

मेग लेनिंग ने कुल पांचवीं बार अपनी कप्तानी में टीम को आईसीसी ट्रॉफी दिलाई. उनके नेतृत्व में चौथी बार ऑस्ट्रेलिया ने टी20 वर्ल्ड कप जीता. साथ ही 2022 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता है. केवल 2016 और 2017 ही वह साल थे जब उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी थी. 2016 वह आखिरी साल था जब ऑस्ट्रेलिया टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में हारा था तब वेस्ट इंडीज ने उसे हराया था. 2017 में 50 ओवर के वर्ल्ड कप में हरमनप्रीत कौर की 171 रन की मास्टरक्लास पारी से भारत ने उसे सेमीफाइनल में हराया था.

 

 

ऑस्ट्रेलिया एक भी मैच नहीं हारा

 

टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही यह टीम खिताब की सबसे बड़ी दावेदार थी और केवल इस बात का इंतजार किया जा रहा था कि क्या कोई टीम ऑस्ट्रेलिया को रोक पाएगा. मगर कोई ऐसा नहीं कर पाया. मेग लेनिंग की कप्तानी वाली टीम ने दबदबे को बरकरार रखते हुए खिताब झोली में डाल दिया. पूरे वर्ल्ड कप में कोई टीम उसे शिकस्त नहीं दे पाई. केवल भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियन टीम को पसीना बहाना पड़ा. इसके अलावा उसने 97 रन, आठ विकेट, 10 विकेट, छह विकेट और रन से मैच जीते. फाइनल देखने के लिए केपटाउन का पूरा स्टेडियम भरा हुआ था. साउथ अफ्रीका के कई क्रिकेट, फुटबॉल और रग्बी सितारे स्टेडियम में मौजूद थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खेल का स्टेंडर्ड इतना ऊपर था कि साउथ अफ्रीकी टीम जीत नहीं सकी.

 

पावरप्ले में डूबी साउथ अफ्रीका की नैया

 

लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका की शुरुआत धीमी रही. पहले पांच ओवर में केवल 17 रन बने और सेमीफाइनल की हीरो तजमीन ब्रिट्स 17 गेंद में 10 रन बना सकीं. उन्हें डार्सी ब्राउन ने आउट किया. कैप भी 11 रन ही बना सकीं और एश्ले गार्डनर का शिकार बनीं. 10 ओवर के बाद साउथ अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 52 था. कप्तान सुने लुस गलतफहमी का शिकार हो गईं और 11वें ओवर की चौथी गेंद पर रनआउट हो गईं. तब लग रहा था ऑस्ट्रेलिया बड़े आराम से जीत जाएगा.

 

वूलवर्ट-ट्रियॉन मचाई खलबली

 

लेकिन लॉरा वूलवर्ट के इरादे अलग थे. उन्होंने क्लोए ट्रियॉन से हाथ मिलाया और चौथे विकेट के लिए तेजी से 55 रन की साझेदारी की. ये रन 41 गेंद में आए. वूलवर्ट ने लगातार दूसरी फिफ्टी बनाई. वह 48 गेंद में पांच चौकों और तीन छक्कों से 61 रन बनाकर आगे बढ़ रही थी लेकिन मेगन शूट की गेंद पर विकेटों के आगे पाई गईं. यह साउथ अफ्रीका के लिए सबसे बड़ा झटका था. ट्रियॉन ने 23 गेंद में 25 रन बनाकर ऑस्ट्रेलियाई खेमे में खलबली मचाई लेकिन जेस जोनासेन ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर दिया. इससे साउथ अफ्रीका की बचीखुची उम्मीदें भी जाती रहीं.

 

ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग का हाल

 

टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया को शुरुआत में तेजी से रन जुटाने में दिक्कत हुई. आतिशी बैटिंग के लिए मशहूर एलिसा हीली 20 गेंद में तीन चौकों से 18 रन बनाने के बाद मारिजान कैप की गेंद पर आउट हुईं. रनगति को तेज करने के लिए एश्ले गार्डनर को ऊपर भेजा गया. उन्होंने काफी हद तक इस काम को अंजाम दिया और 21 गेंद में दो चौकों और इतने ही छक्कों से 29 रन बनाए. उन्होंने अपनी छोटी सी मगर असरदार पारी में दो कमाल के सिक्स लगाए. वह क्लोइ ट्रियॉन की गेंद पर हवाई शॉट खेलते हुए ही आउट हुईं.

 

मूनी फिर फाइनल में चमकीं

 

ग्रेस हैरिस (10), कप्तान मेग लेनिंग (10), एलिस पैरी (सात) और जॉर्जिया वारहैम (0) बल्ले से कमाल नहीं कर सकीं लेकिन उनके साथ दूसरे छोर पर बेथ मूनी मौजूद रहीं. उन्होंने फाइनल मुकाबलों में बड़ी पारियां खेलने के अपने रिकॉर्ड को बरकरार रखा और अर्धशतक जमाया. मूनी ने 44 गेंद में आठ चौकों से 50 रन पूरे किए. उन्होंने आखिरी ओवर में शबनिम इस्माइल को छक्का और चौका लगाकर स्कोर को 150 के पार पहुंचाया. आखिरी ओवर में ही इस्माइल ने लगातार दो शिकार किए और वर्ल्ड कप इतिहास की सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं. ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी पांच ओवर में तीन विकेट गंवाए और 46 रन जोड़े. साउथ अफ्रीका के लिए बॉलिंग में इस्माइल और मारिजान कैप ने दो-दो विकेट चटकाए. 

 

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