बांग्लादेश में पिछले दो महीनों में हुई हिंसा की वजह से महिला टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन खतरे में है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी टूर्नामेंट को कहीं ओर शिफ्ट करने पर माथापच्ची कर रहा है. इस बीच टी20 वर्ल्ड कप को बांग्लादेश में ही रखने की कोशिश भी हो रही है लेकिन ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम की कप्तान एलिसा हीली के एक बयान ने टूर्नामेंट को बांग्लादेश में ही रखने की उम्मीदों पर तगड़ी चोट की है. उन्होंने कहा कि अभी के हालातों के हिसाब से वहां पर खेलना बनता नहीं है. महिला टी20 वर्ल्ड कप अक्टूबर के महीने में होना प्रस्तावित है. मेजबान के तौर पर बांग्लादेश के विकल्प के रूप में यूएई का नाम चल रहा है.
ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने हीली के हवाले से बांग्लादेश में टी20 वर्ल्ड कप कराने को लेकर लिखा है, 'इस समय वहां पर क्रिकेट इवेंट होते हुए देखना और संघर्ष कर रहे देश के संसाधनों को दूर करना मेरे लिए काफी मुश्किल होगा. मरते हुए लोगों को बचाने के लिए उन्हें लोगों की मदद की जरूरत है. इस समय वहां खेलने का सोचना भी मुश्किल है. एक इंसान होने के नाते मुझे लगता है कि ऐसा करना गलत हो सकता है. लेकिन मैं इसका फैसला आईसीसी पर छोड़ दूंगी.'
बांग्लादेश में जून के महीने से ही हिंसा शुरू हो गई थी जिसने फिर पूरे देश को चपेट में ले लिया था. इसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी और हजारों घायल हो गए. हालात काबू करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया था. बाद में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया. वह अभी भारत में रह रही हैं. बांग्लादेश में सेना के दखल के बाद अंतरिम सरकार बनी है लेकिन हालात अभी भी पूरी तरह से सही नहीं हुए हैं.
कौनसे देश महिला टी20 वर्ल्ड कप का मेजबान बनने की रेस में शामिल
बांग्लादेश में हालात बिगड़ने के बाद आईसीसी ने महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए इसके विकल्पों की तलाश शुरू कर दी. भारत में भी यह टूर्नामेंट कराने पर विचार हुआ था लेकिन बीसीसीआई ने साफ मना कर दिया. श्रीलंका बारिश की वजह से मेजबानी की रेस से बाहर हो गया. अब यूएई में टी20 वर्ल्ड कप कराने पर गंभीरता से चर्चा हो रही है. इस बीच जिम्बाब्वे ने भी इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए मंशा जाहिर की है. आईसीसी की ओर से कहा गया था अगस्त के आखिर तक मेजबानी को लेकर चली कशमकश खत्म हो जाएगी.
ये भी पढ़ें