Women's U19 T20 World Cup: भारत की बेटियों ने जीत ली दुनिया, फाइनल में इंग्‍लैंड को जमींदोज कर बनीं वर्ल्‍ड चैंपियन

Women's U19 T20 World Cup: भारत की बेटियों ने जीत ली दुनिया, फाइनल में इंग्‍लैंड को जमींदोज कर बनीं वर्ल्‍ड चैंपियन

भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया. साउथ अफ्रीका की धरती पर उन्होंने पहला महिला अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप 2023 जीत लिया. महिला क्रिकेट में किसी भी लेवल पर यह भारत की पहली आईसीसी ट्रॉफी है. साउथ अफ्रीका जहां पर भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट में हमेशा कमाल किया है और इस बार भी यह सिलसिला जारी रहा. यहीं पर 2007 में भारतीय पुरुष टीम ने पहला टी20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास किया था. अब वहां शेफाली वर्मा की कप्तानी वाली महिला अंडर 19 टीम ने भी झंडा गाड़ दिया. भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को एकतरफा मुकाबले में आठ विकेट से पटखनी दी. जीत के लिए मिले 69 रन के लक्ष्य को उसने बड़े आराम से 14 ओवर में केवल तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. इसके साथ ही इतिहास बन गया.

 

पहले बैटिंग करते हुए इंग्लिश टीम 68 रन पर सिमट गई. यह उसका इस टूर्नामेंट में सबसे छोटा स्कोर रहा. उसके बल्लेबाज पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाए. फाइनल से पहले इंग्लैंड ने कोई मुकाबला नहीं गंवाया था और वह अजेय टीम थी. लेकिन भारत के सामने उसकी दाल नहीं गली. इंग्लैंड की केवल चार बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार कर सकीं. उसकी पूरी पारी में केवल आठ चौके लगे. भारत की तरफ से आठ चौके व एक छक्का लगा. छोटे से स्कोर को हासिल करने के लिए भारत ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की और बड़े आराम से लक्ष्य हासिल किया.

 

भारत के ओपनर्स सस्ते में निपटे

भारत ने लक्ष्य का पीछा तूफानी अंदाज में किया और कप्तान शेफाली ने पारी की पहली गेंद पर चौका बटोरा. फिर दूसरे ओवर में सॉफिया स्मेल को एक सिक्स लगाया. लेकिन तूफानी अंदाज में खेलते हुए ही वह तीसरे ओवर में आउट हो गई. हैना बेकर ने उन्हें मिड ऑन पर कैच कराया. शेफाली ने 11 गेंद में एक चौके व एक छक्के से 15 रन बनाए. पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहीं श्वेता ने इंग्लिश कप्तान स्क्रिवंस को चौका लगाकर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. लेकिन अगली ही गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर हैना बेकर को कैच दे बैठी. श्वेता ने पांच रन बनाए.

 

पांचवें ओवर में सौम्या तिवारी को जीवनदान मिला. बेकर की गेंद पर स्लिप में स्क्रिवंस कैच नहीं लपक पाईं. सौम्या और गोंगाडी तृषा ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की और टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया. तृषा 29 गेंद में 24 रन बनाने के बाद बोल्ड हो गईं. सौम्या ने लेकिन जीत के लिए जरूरी रन पूरे किए और विजयी शॉट लगाया. वह 37 गेंद में तीन चौकों से 24 रन बनाकर नाबाद लौटीं. 

 

इंग्लैंड के बल्लेबाजों का सरेंडर

टॉस जीतकर भारत ने इंग्लैंड को पहले बैटिंग का न्योता दिया. लेकिन इंग्लिश टीम के पास भारतीय गेंदबाजों का कोई जवाब नहीं था. मैच की चौथी ही गेंद पर लिबर्टी हीप खाता खोले बिना आउट हो गईं. टिटास साधु की गेंद को उड़ाने की कोशिश में वह उन्हें ही कैच दे बैठी. नियम हॉलैंड (10) ने दो चौके लगाए लेकिन अर्चना देवी की गेंद को दिलस्कूप करने की कोशिश में वह बोल्ड हो गईं. तीन गेंद बाद ही इंग्लिश टीम की कप्तान ग्रेस स्क्रिवंस (4) भी चलती बनीं. अर्चना की गेंद पर गोंगाडी तृषा ने उनका जबरदस्त कैच लपका. तब टीम का स्कोर 16 रन था. विकेटकीपर बल्लेबाज सेरेन स्मेल ने नौ गेंद खेलीं लेकिन वह तीन रन ही बना सकीं. साधु ने बोल्ड कर उनके संघर्ष को खत्म किया. चेरिस पेव्ली (2) भी टीम की मदद नहीं कर पाईं. 10 ओवर के बाद इंग्लैंड का स्कोर पांच विकेट पर 39 रन था.

 

रायना मैक्डॉनल्ड-गे ने तीन चौके लगाए और काफी देर तक भारतीय गेंदबाजों का सामना किया लेकिन 12वें ओवर में अर्चना ने बिजली की गति से छलांग लगाकर उनका कैच लपका. इसके साथ ही भारत को छठी कामयाबी दिलाई. रायना ने 24 गेंद खेली और सबसे ज्यादा 19 रन बनाए. एलेक्सा स्टोनहाउस (11) और 10वें नंबर की बल्लेबाज सॉफिया स्मेल (11) ने दहाई का आंकड़ा पार किया. बाकी बल्लेबाज तो केवल खानापूर्ति करती ही दिखीं. भारतीय गेंदबाजों का उनके पास कोई जवाब नहीं था. इसी का नतीजा रहा कि इंग्लिश पारी 17.1ओवर में 68 रन पर सिमट गई. भारत की तरफ से सभी छह गेंदबाजों ने विकेट लिए. टिटास साधु ने छह, अर्चना ने 17 और पार्श्वी चोपड़ा ने 13 रन देकर दो विकेट लिए. मन्नत, शेफाली और सोनम को एक-एक विकेट मिला.