अश्विन की रिटायरमेंट के बाद बड़ा खुलासा, दिग्गज स्पिनर नहीं जाना चाहता था ऑस्ट्रेलिया, गौतम गंभीर का भी नाम आया बीच में

अश्विन की रिटायरमेंट के बाद बड़ा खुलासा, दिग्गज स्पिनर नहीं जाना चाहता था ऑस्ट्रेलिया, गौतम गंभीर का भी नाम आया बीच में
गेंदबाजी के दौरान आर अश्विन

Highlights:

अश्विन को लेकर अहम खुलासा हुआ है

रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अश्विन को मौका न मिल पाने के चलते वो रिटायर हुए

ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भी सुंदर को मौका दिया गया

आर अश्विन के रिटायरमेंट के फैसले ने टीम इंडिया को चौंका दिया है. 38 साल का ये खिलाड़ी टेस्ट में अभी भी नंबर 1 स्पिनर है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कि अश्विन ने इसलिए भी रिटायर होने का फैसला किया क्योंकि टीम मैनेजमेंट विदेशी सीरीज के लिए उनपर ज्यादा भरोसा नहीं कर रही थी. रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अश्विन पर्थ टेस्ट के बाद से ही रिटायर होने का फैसला कर चुके थे लेकिन मुझे ये कहना पड़ा कि उन्हें एडिलेड टेस्ट भी खेलना चाहिए.

बता दें कि टीम इंडिया की सफलता में अश्विन का बड़ा हाथ है. अश्विन अपनी कमाल की गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया को टॉप लेवल तक लेकर गए हैं. अश्विन की रिटायरमेंट की जानकारी न तो विराट कोहली को थी और न ही रोहित शर्मा को. वहीं बीसीसीआई सेलेक्शन पैनल को भी ये जानकारी नहीं दी गई थी कि अश्विन रिटायर हो जाएंगे. भारत ने जब न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज गंवाई तो ऐसा लगा था कि अश्विन रिटायर हो जाएंगे. 

बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा कि सेलेक्शन कमिटी की तरफ से अश्विन पर कोई दबाव नहीं बनाया गया था. अश्विन भारतीय क्रिकेट के लेजेंड हैं और उनके पास ये फैसला लेने का अधिकार है. 

गंभीर ने जब अश्विन की जगह सुंदर को खिलाया


अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों में कुल 9 विकेट लिए. वहीं सुंदर ने कुल 12 विकेट लिए थे. रिपोर्ट के अनुसार अश्विन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए तैयार नहीं थे. स्पिनर ने टीम मैनेजमेंट को भी इसके बारे में जानकारी दे दी थी. भारत ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए तीन स्पिनर्स को चुना लेकिन अश्विन को उस वक्त झटका लगा जब पहले टेस्ट में उनकी जगह सुंदर को खिलाया गया. इसके बाद ब्रिसबेन टेस्ट में जडेजा खेले. अश्विन सिर्फ एडिलेड टेस्ट में खेले जिसमें उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा. अश्विन ने पहले ही ये साफ कर दिया था कि अगर टीम मैनेजमेंट ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उन्हें जगह नहीं देती है तो वो दौरा करने के लिए तैयार नहीं हैं. 

इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि अश्विन को पता चल चुका था कि अगर टेस्ट में किन्हीं दो स्पिनर्स को खिलाया जाएगा तो वो जडेजा और सुंदर होंगे. ऐसे में गंभीर के फैसले ने अश्विन को चौंका दिया. पीटीआई की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि रोहित पर्थ टेस्ट में नहीं थे और जब प्लेइंग 11 का ऐलान किया गया तब अश्विन टीम का हिस्सा नहीं थे. ये फैसला गंभीर ने ही लिया था कि अश्विन की जगह सुंदर खेलेंगे. हालांकि अश्विन की रिटायरमेंट का फैसला कहीं न कहीं ठीक भी है. क्योंकि अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में अश्विन 40 साल के हो जाएंगे और फाइनल 2027 में खेला जाएगा. ऐसे में इस लेजेंड्री स्पिनर ने युवाओं के लिए दरवाजे खोल दिए हैं.

 

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