मिचेल स्टार्क-पैट कमिंस की जोड़ी ने एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया की धज्जियां उड़ा दी. स्टार्क ने आठ तो कमिंस ने सात विकेट लिए. स्टार्क ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया की 10 विकेट से जीत के बाद अपने तरकश की सबसे खतरनाक गेंद को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि उनकी टीम ने सीरीज के शुरुआती मैच में मिली 295 रन की बड़ी हार की निराशा को पर्थ में ही छोड़ने के साथ ‘बाहरी शोर’ पर ध्यान नहीं दिया.
पांच मैचों की सीरीज में पर्थ में खेले गये शुरुआती टेस्ट भारत को पहली पारी में सिर्फ 150 रन पर आउट करने के बावजूद 295 रन की शर्मनाक हार से मेजबान टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था, मगर सीरीज के दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया में जोरदार वापसी की. स्टार्क ने पहली पारी में छह विकेट लेकर टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया था. उन्होंने मैच के बाद कहा-
उस मैच के बाद बाहर काफी शोर (आलोचना) था, लेकिन हमने पर्थ को पर्थ में ही छोड़ दिया था.
पिंक बॉल से अपनी योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा-
मेरे नजरिए में कुछ भी नहीं बदलता था. मैंने यहां गेंद की लंबाई में थोड़ा बदलाव कर उसे आगे की तरफ रखा था. पिंक बॉल लाल गेंद की तुलना में सफेद गेंद के ज्यादा करीब है.
उन्होंने आगे कहा कहा-
हमने बल्ले और गेंद के साथ वास्तव में सकारात्मक रवैया अपनाया था और टीम को इसका फायदा मिला. ये अच्छा है जब गेंद स्टंप पर लगती है.
स्टार्क ने पहले मैच की हार की निराशा को पीछे छोड़ने के साथ गेंदबाजी में सुधार का क्रेडिट कप्तान पैट कमिंस को दिया. उन्होंने कहा-
मैं पिछले सात साल से पैट कमिंस से बहुत कुछ सीख रहा हूं. इसलिए मैंने अपनी तरकश में उस गेंद को शामिल किया है जो बाहर से अंदर की तरफ आती है.
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