IND vs AUS: टीम इंडिया के कोच को भरोसा एडिलेड टेस्ट में पलट सकते हैं पासा, बोले- हम लोग हथियार...

IND vs AUS: टीम इंडिया के कोच को भरोसा एडिलेड टेस्ट में पलट सकते हैं पासा, बोले- हम लोग हथियार...
भारतीय क्रिकेट टीम

Highlights:

भारतीय टीम एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में 180 रन पर सिमट गई.

मिचेल स्टार्क ने 6 विकेट लेकर भारतीय बैटिंग को ढहाया.

भारत ने पर्थ टेस्ट 150 पर सिमटने के बाद जीता था.

भारतीय टीम एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद ऑस्ट्रेलिया के सामने बैकफुट पर दिख रही है. लेकिन टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रयान टेन डसखाटे का कहना है कि उनके खिलाड़ी दूसरे टेस्ट में पासा पलट सकते हैं. उन्होंने पहले दिन के खेल के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, मुझे पता है कि स्कोर से ऐसा लगता है कि दो टीमों के बीच काफी अंतर है लेकिन हमें अभी भी लगता है कि हम मुकाबले में हैं और कल (दूसरे दिन) कुछ बदलावों के साथ वापसी कर सकते हैं. भारतीय टीम टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 180 रन पर ढेर हो गई. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर 86 रन बना लिए.

डसखाटे का कहना है कि गुलाबी गेंद के साथ चीजें तेजी से बदलती हैं. उन्होंने कहा, 'यह गुलाबी गेंद का स्वभाव है. चीजें गुच्छे में होती हैं. हमने गुच्छे में विकेट गंवाए जिससे हम बचना चाहते थे. मेरा मानना है कि मिचेल (स्टार्क) की स्टॉक बॉल बहुत अच्छी है और पहली पारी से सबक सीखने की जरूरत है. हम देखेंगे कि किस तरह से दूसरी पारी में बेहतर खेल सकते हैं. पर्थ में हम 150 पर आउट हो गए थे लेकिन मैच में वापस आ गए थे. यह स्वाभिमान से भरी टीम है और खिलाड़ी यहां पर अच्छा खेल दिखाना चाहते हैं. हम लोग खेल में अभी थोड़ा पीछे हैं लेकिन हम लोग हथियार नहीं डालेंगे.'

असिस्टेंट कोच ने ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग को सराहा

 

डसखाटे ने माना कि भारतीय तेज गेंदबाज थोड़ा आगे बॉलिंग कर सकते थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अच्छी बैटिंग का क्रेडिट भी दिया. उन्होंने कहा, 'उन्होंने अच्छे तरीके से गेंदों को छोड़ा. हमें लगता है कि इस तरह की स्विंग और सीम बराबर नहीं थी जिसे खेलना मुश्किल था.' 

नीतीश कुमार के लिए क्या बोले डसखाटे

 

भारतीय बैटिंग में नीतीश कुमार रेड्डी ने एक बार फिर से प्रभावित किया. वे 42 रन के साथ सर्वोच्च स्कोरर रहे. डसखाटे ने उन्हें सराहते हुए कहा, 'हम उससे खुश हैं. वह नौजवान है और थोड़ा काम करने की जरूरत है. लेकिन जिस तरह से पर्थ और यहां खेला है, यह कमाल की पारियां हैं.'