मोहम्मद शमी के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़ने की लगातार अटकलें चल रही हैं. इस बीच एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इस स्टार गेंदबाज ने अब इसकी उम्मीद छोड़ दी है. मोहम्मद शमी का ध्यान अभी बंगाल की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलते हुए पूरी फिटनेस हासिल करने और आईपीएल 2025 के लिए उपलब्ध होने पर है. उन्हें खुद लगता है कि वे अभी लाल गेंद के संघर्ष को नहीं झेल पाएंगे. ऐसे में वे फरवरी-मार्च 2025 में प्रस्तावित चैंपियंस ट्रॉफी और इसके बाद आईपीएल के लिए खुद को उपलब्ध रखना चाहते हैं.
एनडीटीवी की समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से लिखी रिपोर्ट में एक बीसीसीआई सूत्र के हवाले से लिखा है, 'सूजन आ-जा रही है. वह खुद ही ज्यादा से ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहा है और इस समय उसके बंगाल के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने की संभावना है. तब वह कम से कम तीन स्पैल और प्रति मैच 10 ओवर बॉलिंग करा सकेगा.'
50 ओवर का घरेलू टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी 21 दिसंबर से शुरू होनी है. शमी ने चोट और सर्जरी के बाद वापसी करते हुए टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नौ मैच बंगाल के लिए खेले. यहां पर उनकी टीम क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई. इससे पहले उन्होंने रणजी ट्रॉफी के एक राउंड का मैच भी खेला था.
मोहम्मद शमी को सनराइजर्स हैदराबाद ने दी है मोटी रकम
शमी को आईपीएल 2025 ऑक्शन में हैदराबाद ने 10 करोड़ रुपये की मोटी रकम पर खरीदा है. वे पिछले सीजन में गुजरात टाइटंस के लिए नहीं खेल पाए थे. रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई सूत्र ने कहा, 'शमी अपने करियर के उतार की तरफ है. लंबे स्पैल के बाद ऑस्ट्रेलिया में उसके घुटने को क्या होगा? उसे कठोर मैदानों पर फील्डिंग करनी होगी. टखने की सर्जरी की वजह से वह पिछला आईपीएल नहीं खेल पाया था. इस बार उसे सनराइजर्स हैदराबाद से 10 करोड़ रुपये की डील मिली है. अगर वह खुद को अभी सफेद गेंद क्रिकेट के लिए बचाना चाहता है तो उसे दोष नहीं दिया जा सकता.'