ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी हार के बाद टीम इंडिया को एक और बड़ा झटका लगा है. भारत को तगड़ा नुकसान हुआ है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में धीमी ओवर गति बनाए रखने के लिए भारतीय महिला टीम पर मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. भारत ने यह मैच 122 रनों से गंवा दिया जिसका नतीजा ये रहा कि ताहलिया मैक्ग्रा की ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-0 की लीड ले ली. हरमनप्रीत कौर की टीम को ICC मैच रेफरी डेविड गिल्बर्ट ने ये सजा दी है क्योंकि समय की छूट के बावजूद भारत ने निर्धारित लक्ष्य से दो ओवर कम फेंके थे.
अंपायरों ने दी सजा
ऑन-फील्ड अंपायर क्लेयर पोलोसाक और डोनोवन कोच, थर्ड अंपायर जैकलीन विलियम्स और फोर्थ अंपायर डेविड टेलर ने ये आरोप लगाए. कप्तान हरमनप्रीत के जरिए दोष स्वीकार करने के बाद किसी ऑफिशियल सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी. भारत को ओवर-रेट अपराधों से संबंधित खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायक कर्मियों के लिए ICC आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के उल्लंघन का भी दोषी पाया गया. खिलाड़ियों पर हर ओवर के लिए उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जो टीम निर्धारित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहती है.
भारत ने गंवाई सीरीज
ब्रिसबेन में अपने दोनों मैच हारने के बाद, भारत ने तीसरा मैच 83 रन से गंवा दिया और सीरीज 0-3 से हार गया. 299 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत 45.1 ओवर में 215 रन पर आउट हो गया. स्मृति मांधना ने 109 गेंदों पर 105 रन बनाए और एक कैलेंडर साल में चार वनडे शतक लगाने वाली पहली महिला बल्लेबाज बन गईं. लेकिन एश्ले गार्डनर ने 50 रन बनाने और अपना पहला वनडे पांच विकेट लेने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता. ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती विकेट खोने के बाद एनाबेल सदरलैंड ने शानदार शतक बनाया.
गेंदबाजी विभाग में भारत के लिए अरुंधति रेड्डी एकमात्र चमकता सितारा थीं. उन्होंने लगातार चार विकेट चटकाए, लेकिन उनकी कोशिश बेकार गई. सदरलैंड अपने हरफनमौला प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बनीं.
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