ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद आर अश्विन गुरुवार की सुबह भारत लौट आए हैं. घर लौटने के बाद माता पिता को गले लगाकर वो काफी इमोशनल हो गए. इसके बाद उनहोंने अपने दिल का हाल बयां किया. इंटरनेशनल क्रिकेट में 700 से अधिक विकेट लेने वाले अश्विन ने कहा कि ये कई लोगों के लिए इमोशनल हो सकता है और उन्हें इसे पचा पाने में थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन जहां तक उनका सवाल है तो उनके लिए ये बहुत राहत की बात है.
उनके लिए ये सहज फैसला था और पिछले कुछ समय से वो इस पर विचार कर रहे थे. मैच के चौथे दिन उन्हें इसका एहसास हुआ और फिर उन्होंने इस फैसले की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा-
जहां तक मेरी बात है तो मेरे लिए रिटायरमेंट बहुत बड़ा फैसला नहीं था, क्योंकि मैं अब एक नई डगर पर आगे बढ़ रहा हूं.
अश्विन से पूछा गया क्या उन्हें इस बात का खेद है कि वह कभी नेशनल टीम की कप्तानी नहीं कर पाए, तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा-
अब मैं ऐसा नहीं कर सकता. मुझे इस तरह का कोई मलाल नहीं है. सच्चाई ये है कि मुझे रत्ति भर भी खेद नहीं है. मैंने लोगों को पछतावा करते हुए देखा है लेकिन मुझे किसी तरह का कोई पछतावा नहीं है.
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