भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का 5वां और आखिरी टेस्ट मैच खेला जा रहा है.इस मुकाबले में रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह कप्तानी कर रहे हैं. बुमराह ने सीरीज के पहले टेस्ट में भी कप्तानी की थी, जहां भारत को 295 रन से जीत मिली थी. इसके बाद एडिलेड में रोहित ने टीम में वापसी की, मगर एडिलेड में टीम को 10 विकेट और मेलबर्न टेस्ट में 184 रन से हार का सामना करना पड़ा. दोनों के बीच गाबा टेस्ट ड्रॉ रहा.
जिस तरह से बुमराह गेंद के साथ मानक स्थापित करते हैं, वह क्लास है. जब मैंने 2013 में उन्हें पहली बार देखा था, तब से उनका ग्राफ बहुत ऊंचा चला गया है और वे लगातार मजबूत होते जा रहे हैं. खेल के इस फॉर्मेट में कुछ भी नहीं दिया जाता है, आपको इसे हासिल करना होता है. लीडरशिप में यही होता है कि हर दिन आपका दिन अच्छा नहीं होता है.
विचार और मानसिकता एक जैसी हो सकती है, लेकिन कभी-कभी परिणाम आपके पक्ष में काम नहीं करते हैं. हम जानते हैं कि बहुत से लोग हमें जज करने वाले हैं, लेकिन मैं कभी खुद पर संदेह नहीं करूंगा. कभी-कभी यह गलत हो सकता है, लेकिन हम सभी जीतने की मानसिकता के साथ वहां जाते हैं. कल की तरह,हमें उस विकेट पर बल्लेबाजी करने के बजाय गेंदबाजी करनी चाहिए थी,ऐसी चीजें होती हैं.
इस दौरान ने रोहित ने अपने संन्यास पर भी बड़ी अपडेट दी. उन्होंने कहा-
देखिये पहली बात तो मैं संन्यास नहीं लेने जा रहा हूँ और बल्ला नहीं चल रहा था तो टीम के हित में मैंने ये फैसला किया. खुद को बाहर रखा. मैं अभी कहीं नहीं जा रहा और यहीं हूं. मेरे लिए खुद को मैच से बाहर रखने का फैसला कठिन था और लेकिन सब कुछ सामने है तो ये डिसीजन सिम्पल था.
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में रोहित के प्रदर्शन की बात करें तो एडिलेड में उन्होंने 3 और छह रन, गाबा में 10 रन और मेलबर्न में तीन और 9 रन बनाए थे.
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