भारतीय क्रिकेट टीम साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी. यहां उसे पांच टेस्ट खेलने हैं जो एक तरह से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दो टीमें तय करेंगे. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो दौरों पर कामयाबी हासिल की है. अब लगातार तीसरी बार सीरीज जीतने का लक्ष्य है. इसके लिए कप्तान रोहित शर्मा ने संकेत दिए कि टीम कुछ नए खिलाड़ियों को साथ ले जा सकती है. इन्हें न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान साथ रखा जाएगा और टीम के ड्रेसिंग रूम का अनुभव कराया जाएगा. साथ ही अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उन्हें मौके दिए जाएंगे.
भारतीय कप्तान ने कहा कि वे भारतीय क्रिकेट को चोटों से असरहीन बनाना चाहते हैं. इसके लिए तेज गेंदबाजी विभाग में बेंच स्ट्रेंथ बनाना चाहते हैं जिससे कि किसी भी समय आठ या नौ खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में आने के लिए तैयार रहें.
रोहित ने बताया, 'हम बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना चाहते हैं जहां कल को अगर किसी को कुछ होता है तो हमें चिंता न हो और हम कुछ ही लोगों के भरोसे न रहें. यह सही नहीं होगा. हमें भविष्य की तरफ भी देखना होगा ताकि सही खिलाड़ियों को लाया जा सके. हम ऐसे खिलाड़ी तैयार करना चाहते हैं जो अगर कोई चोटिल हो तब फौरन उस रोल को अपना सके. यह केवल तीन या चार विकल्प की बात नहीं है. जब बैटिंग की बाद होती है तब काफी विकल्प हैं. हम ऐसा ही गेंदबाजों के साथ करना चाहते हैं.'
रोहित ने बताया मयंक-नीतीश को क्यों लिया
न्यूजीलैंड सीरीज के लिए भारतीय टीम में 15 खिलाड़ियों के साथ चार ट्रेवलिंग रिजर्व रखे गए हैं. इनमें मयंक यादव, हर्षित राणा, नीतीश कुमार रेड्डी और प्रसिद्ध कृष्णा शामिल हैं. रोहित ने आगे बताया, 'आपको पता है कि हम उन्हें अपने पास क्यों रखना चाहते हैं क्योंकि हम उन्हें ऑस्ट्रेलिया ले जाना चाहते हैं. हम उन्हें मॉनीटर करना चाहते हैं और उनका वर्कलोड देखना चाहते हैं. हमने उनका टैलेंट देखा है. मैं समझता हूं कि उन्होंने ज्यादा लाल गेंद का क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन जब आप टैलेंट देखते हैं तो उन्हें तैयार करना चाहते हैं.'