भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न टेस्ट में विराट कोहली युवा खिलाड़ी सैम कॉनस्टास से भिड़ गए. चौथे टेस्ट के पहले दिन ही दोनों में टकराव हो गए. कॉनस्टास जब जसप्रीत बुमराह की गेंदों पर रैंप और रिवर्स स्कूप के जरिए शॉट्स लगा रहे थे तब कोहली की उनकी टक्कर हुई. भारतीय दिग्गज ने डेब्यू कर रहे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को कंधा मारा. इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई. उस्मान ख्वाजा और अंपायर्स ने दोनों को शांत किया और अलग किया. इस घटना को देखने के बाद कई दिग्गजों ने कोहली की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान को ऐसा करने की जरूरत नहीं थी.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि इस मामले में कोहली ने मामला शुरू किया. उन्होंने चैनल सेवन पर कमेंट्री करते हुए कहा, 'विराट पूरी एक पिच पार कर दाहिनी तरफ गया और तकरार शुरू की. मेरे दिमाग में इस बात को लेकर कोई शक नहीं है. मुझे कोई शक नहीं है कि अंपायर्स और रैफरी इस मामले को देखेंगे. उस समय फील्डर्स को बल्लेबाज के आसपास भी नहीं होना चाहिए. मैदान पर मौजूद सभी फील्डर्स को पता है कि बल्लेबाज कहां जाकर मिलते हैं. मुझे ऐसा दिखा कि कॉनस्टास ने काफी देरी से ऊपर देखा, उसे पता भी नहीं होगा कि कोई सामने है. उन्हें (कोहली) जवाब देना पड़ सकता है.'
माइकल वॉन ने विराट कोहली के लिए क्या कहा
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी इस घटना के लिए कोहली को दोषी माना. उन्होंने फॉक्स क्रिकेट पर कहा, 'उसने पूरी तरह से गलत किया. पता नहीं एक सीनियर खिलाड़ी जिसका करियर इतना लंबा रहा है, जिसे किंग कहा जाता है, वह क्यों एक 19 साल के खिलाड़ी से परेशान हो गया. सैम कॉनस्टास ने वहां पर कुछ गलत नहीं किया. विराट उसकी तरफ गया. आप ऐसा नहीं कर सकते. आपको ऐसा करने की अनुमति नहीं है.'
'कोहली ने पूरा करियर अहंकार पर बनाया'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर कैरी ओ'कीफ ने कोहली के लिए कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा, 'कोहली संपर्क में आने के लिए अपनी जगह से हटे. कोहली ने अपना पूरा करियर अहंकार पर बनाया. अचानक से उन्हें एक डेब्यू कर रहे खिलाड़ी में हेकड़ी दिखी और वह गुस्सा हो गए. मुझे लगता है कि वह मुश्किल में फंस गए हैं.'
एलिसा हीली ने कोहली के लिए क्या कहा
ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम की कप्तान एलिसा हीली ने कहा कि कोहली ने जो किया उससे उनकी टीम का भला नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'बहुत निराश करता है जब कोई अनुभवी खिलाड़ी जो आपके देश के सबसे अच्छों में से है वह विरोधी टीम के सबसे नौजवान खिलाड़ी से भिड़ने के लिए जाता है. यह आपकी टीम के लिए अच्छी बात नहीं है लेकिन अगर भारतीय टीम ऐसे खेलना चाहती है तो फिर ठीक है. इससे उसे (कॉनस्टास) को कोई फर्क नहीं पड़ा.'