ऋषभ पंत क्रिकेट के मैदान पर आतिशी खेल के साथ ही अपने बयानों को लेकर भी खूब सुर्खियां बटोरते हैं. विकेट के पीछे से वे लगातार बोलते रहते हैं और अपनी टीम में जोश भरते हैं तो विरोधी खिलाड़ियों को तंग करते हैं. ताजा मामला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन का खेल है. इसमें जब मेजबान टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज जम गए थे और विकेट नहीं मिल रहे थे तब पंत ने जोशीले बयान से अपने साथियों को जगाया. वे इस दौरान वाशिंगटन सुंदर का नाम लेते हैं और कहते हैं कि माहौल बनाना पड़ेगा.
ऋषभ स्टंप्स के पास से चिल्लाते हुए कहते हैं, 'यह ढीले पड़के नहीं काम चलेगा भाई. वाशु माहौल बनाना पड़ेगा. लगाना थोड़ा. दम लगाना पड़ेगा भाई.' हालांकि यह साफ नहीं हो पाया कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के किस ओवर में यह बयान दिया. कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री संकेत देते हैं कि निचले क्रम में लंबी पार्टनरशिप होने के दौरान पंत ने ऐसा कहा.
ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी विकेट के लिए मिचेल स्टार्क और जॉश हेजलवुड के बीच 25 रन की साझेदारी हुई. दोनों ने 18 ओवर तक बैटिंग की और अपनी टीम को 100 के पार ले गए. हालांकि रन भले ही ज्यादा नहीं जोड़ पाए हों लेकिन स्टार्क और हेजलवुड ने भारतीय टीम को आखिरी विकेट के लिए तरसा दिया. इससे मेहमान टीम की बढ़त का अंतर भी कम हुआ. ऑस्ट्रेलिया का नौवां विकेट 79 के स्कोर पर गिर गया था.
बुमराह ने लिए पांच तो हर्षित को मिले तीन विकेट
हर्षित राणा ने आखिरकार स्टार्क को पंत के हाथों कैच कराकर भारत को आखिरी कामयाबी दिलाई. इससे भारतीय टीम 46 रन की बढ़त ले सकी. रोहित शर्मा की जगह कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह सबसे सफल भारतीय गेंदबाज रहे. उन्होंने 18 ओवर में 30 रन देकर पांच विकेट लिए. उन्होंने टेस्ट में एक पारी के पांच विकेट लेने का कारनामा 11वीं बार किया. उनके अलावा डेब्यू करने वाले हर्षित राणा ने तीन और मोहम्मद सिराज ने दो विकेट निकाले. स्टार्क ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे सफल बल्लेबाज रहे. उन्होंने 113 गेंद खेली और 26 रन बनाए. स्टार्क के अलावा एलेक्स कैरी ने 21 रन बनाए.