भारतीय टीम ने रचा इतिहास, 124 साल पुराना रिकॉर्ड किया ध्वस्त, ऐसा करने वाली बनी पहली टीम
भारत ने इस सीरीज में 8 में से 7 बार 350 से ज्यादा रन बनाए. यह किसी भी टीम द्वारा एक सीरीज में बनाया गया सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.

भारतीय क्रिकेट टीम ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में कमाल कर दिखाया. 311 रनों की बढ़त को पलटकर भारत ने टेस्ट ड्रॉ कराया. यह ड्रॉ सीरीज को जीवित रखने के लिए जीत जितना महत्वपूर्ण है.

शुभमन गिल (103), वाशिंगटन सुंदर (101) और रवींद्र जडेजा (107) ने शतक जड़े.केएल राहुल ने 90 रनों की शानदार पारी खेली. 0-2 से शुरूआत के बाद भारत ने 425-4 का स्कोर बनाकर ड्रॉ हासिल किया.

भारत ने इस सीरीज में 8 में से 7 बार 350 से ज्यादा रन बनाए. यह किसी भी टीम द्वारा एक सीरीज में बनाया गया सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. ऑस्ट्रेलिया ने 1920-21 में यह रिकॉर्ड पहली बार बनाया था.

भारत ने पहली बार एक सीरीज में 7 बार 300 से ज्यादा रन बनाए. केवल सात टीमें ही यह कारनामा कर पाई हैं. ओवल में 300+ स्कोर बनाकर भारत विश्व रिकॉर्ड तोड़ सकता है.

भारत दूसरी ऐसी टीम बनी, जिसके 5 बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने एक टेस्ट में अर्धशतक बनाए.ऑस्ट्रेलिया ने 2012 में श्रीलंका के खिलाफ यह रिकॉर्ड बनाया था. भारत पहली टीम है, जिसने विदेश में यह उपलब्धि हासिल की.

ऋषभ पंत, साई सुदर्शन और यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में कमाल किया. इंग्लैंड के बेन डकेट और बेन स्टोक्स ने भी अर्धशतक जड़े. एक टेस्ट में 7 बाएं हाथ के बल्लेबाजों के 50+ स्कोर विश्व रिकॉर्ड है.

भारत के पास ओवल में होने वाले आखिरी टेस्ट में इतिहास रचने का मौका है. शुभमन गिल की कप्तानी में टीम 300+ स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. 31 जुलाई से शुरू होने वाला यह मुकाबला सीरीज बराबर करने का मौका देगा.