एजबेस्टन की पिच पर भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए जमकर रन तो बेन स्टोक्स का बेतुका बयान, इंग्लैंड के फैंस ने किया बुरी तरह ट्रोल

एजबेस्टन की पिच पर भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए जमकर रन तो बेन स्टोक्स का बेतुका बयान, इंग्लैंड के फैंस ने किया बुरी तरह ट्रोल
भारत से मिली हार के बाद बेन स्टोक्स

Story Highlights:

बेन स्टोक्स का बयान काफी वायरल हो रहा है

स्टोक्स ने कहा कि एजबेस्टन की पिच भारतीय कंडीशन की तरह हो गई थी

एजबेस्टन की पिच को इस सदी की सबसे सपाट पिच कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट में दोनों टीमों ने मिलकर कुल 1692 रन ठोके. ऐसे में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि एजबेस्टन की पिच भारत के लिए ज्यादा अनुकूल हो गई थी. इसने धीरे-धीरे "उपमहाद्वीप" जैसी खूबियां दिखाईं, जिसके बाद रविवार को बर्मिंघम में पांचवें दिन भारत ने 336 रनों से जीत हासिल की.

फेल हो गया बैजबॉल

बता दें कि, इंग्लैंड की "बैजबॉल" रणनीति अंत में नाकाम रही. भारत ने दो पारियों में 1014 रन बनाए, जो उनके 591 टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा है. दोनों टीमों की तेज गेंदबाजी में बड़ा अंतर था. भारत ने अपने गेंदबाजों के दम पर सभी 20 विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया (1938, 1969) के बाद दूसरी टीम बनी, जिसने एक टेस्ट में 1000 रन बनाए और सभी 20 विकेट भी लिए. आकाश दीप के 10 विकेट और मोहम्मद सिराज के पहले पारी में छह विकेट की बदौलत भारत के तेज गेंदबाजों ने 17 विकेट लिए, जबकि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने केवल आठ विकेट लिए.

स्टोक्स हो रहे हैं ट्रोल

बता दें कि जब मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स से पूछा गया कि क्या इंग्लैंड ऐसी सपाट पिचों पर खेलना जारी रखना चाहता है, तो स्टोक्स ने कहा कि पिच की स्थिति भारत जैसी हो गई थी, जो मेहमान टीम के लिए फायदेमंद थी. उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, यह पिच उपमहाद्वीप जैसी हो गई. शुरू में इसमें थोड़ी मदद थी और हमने शुरुआत में इसे अच्छे से इस्तेमाल किया."

भारत को पहली पारी में 211 रन पर पांच विकेट पर रोकने के बाद, इंग्लैंड ने 376 रन और दिए. गिल ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 269 बनाया, जिसमें रवींद्र जडेजा (89) और वाशिंगटन सुंदर (42) ने उनका साथ दिया. स्टोक्स ने कहा, "जैसे-जैसे पिच पुरानी हुई, हमारे लिए यह मुश्किल होता गया. भारतीय गेंदबाज ऐसी परिस्थितियों के आदी थे और उन्होंने इसका बेहतर फायदा उठाया. कभी-कभी ऐसा हो जाता है. हमें इससे ज्यादा निराश होने की जरूरत नहीं है. हमें स्वीकार करना होगा कि इस हफ्ते हमारी स्किल में कमी रही."