IND vs ENG : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के मैदान में खेला गया. इस टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर इतिहास रच दिया. बर्मिंघम के मैदान में भारत ने ना सिर्फ टेस्ट क्रिकेट इतिहास की पहली जीत दर्ज की, बल्कि टीम इंडिया की भी ये घर से बाहर रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत बनी. लेकिन इस मैच के दौरान भारत के उस फैसले पर सवाल उठने लगे जब टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 500 से अधिक की बढ़त बना ली थी तो वह पारी घोषित नहीं कर रहे थे. इस पर गौतम गंभीर ने अब अंदर की बात बताई.
देखिये सबकी अपनी राय हो सकती है और अगर चीजें हमारे पक्ष में नहीं होती तो हमारी जमकर आलोचना होती. हमें उस आलोचना से दिक्कत नहीं है जब तक ही वह रचनात्मक ना हो. हमारी एक सोच थी कि हम इंग्लैंड को पूरी तरह गेम से बाहर रखना चाहते थे. इंग्लैंड कभी 100 ओवर डिफेंड करने की स्थिति में नहीं रहा है. वो तभी गेम में थे जब उनको 100 ओवर में 350 रन का पीछा करना था.
गंभीर ने आगे कहा,
क्या इस खेल में उनका कोई और पहलू था और क्या उनमें मानसिक मजबूती है. हम ये सब कुछ देखना चाहते थे. हर एक फैसला जो सही इरादे से मेरे द्वारा या फिर कप्तान द्वारा लिया जाता है तो कोई समस्या नहीं है. आप सही इरादे से गलत फैसले ले सकते हैं.
608 रन का भारत ने दिया था विशाल लक्ष्य
वहीं बर्मिंघम टेस्ट मैच की बात करें तो शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 तो उसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 161 रन की पारी खेली. जिससे टीम इंडिया ने इंग्लैंड को चेज करने के लिए 608 रन का विशाल टारगेट दिया था. इस पहाड़ जैसे लक्ष्य के आगे इंग्लैंड को भारत के सामने बर्मिंघम के मैदान में 336 रन की हार झेलनी पड़ी थी.
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