भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच के दौरान दाहिने पैर में फ्रैक्चर के कारण पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं. ऐसे में बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखेगी. चयन समिति ने 31 जुलाई, 2025 से लंदन के केनिंगटन ओवल में शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट के लिए ऋषभ पंत के जगह पर नारायण जगदीशन को टीम में शामिल किया है.
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चौथे टेस्ट के पहले दिन पैर की अंगुली में फ्रैक्चर के बाद भी पंत ने फिफ्टी ठोकी और उनके जज्बे को हर किसी ने सलाम किया. पहले दिन गेंद लगने के बाद उन्हें मैदान से सीधे अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन अगले दिन उन्होंने मैदान पर वापसी करते हुए 75 गेंदों पर 54 रन बनाए. उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की थी.
चौथे टेस्ट की बात करें तो भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेला गया टेस्ट मैच रोमांचक उतार-चढ़ाव के बाद ड्रॉ पर समाप्त हुआ. इंग्लैंड के 669 रनों के विशाल स्कोर और 311 रनों की लीड के दबाव में भारत ने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की. शुभमन गिल के शतक, केएल राहुल की शानदार पारी और रवींद्र जडेजा व वाशिंगटन सुंदर की साझेदारी ने भारत को हार से बचाकर मैच को ड्रॉ कराया.
भारत का ठोस स्कोर, इंग्लैंड का जवाबी हमला
भारत ने पहली पारी में 358 रन बनाए. यशस्वी जायसवाल ने 58, साई सुदर्शन ने 61 और ऋषभ पंत ने 54 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं. हालांकि, इंग्लैंड ने जवाब में जो रूट के 150 और बेन स्टोक्स के 141 रनों की बदौलत 669 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. जैक क्रॉली (84) और बेन डकेट (94) ने भी इंग्लैंड की पारी को मजबूती दी. इंग्लैंड ने भारत को 311 रनों की भारी लीड दी, जिससे भारत बैकफुट पर चला गया.
जडेजा-सुंदर ने पक्का किया ड्रॉ
रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने पारी को आगे बढ़ाते हुए 203 रनों की नाबाद साझेदारी की. उनकी सूझबूझ भरी बल्लेबाजी ने इंग्लैंड के सभी मौकों को खत्म कर दिया. जडेजा ने संयमित बल्लेबाजी के साथ पारी को संभाला, जबकि सुंदर ने उनका बखूबी साथ दिया. अंत में, भारत ने हार टालकर मैच को ड्रॉ कराया जहां सुंदर और जडेजा का शतक भी पूरा हो गया.
यह टेस्ट मैच भारतीय बल्लेबाजों के धैर्य और जुझारूपन का शानदार प्रदर्शन रहा. इंग्लैंड की मजबूत स्थिति के बावजूद, गिल, राहुल, जडेजा और सुंदर ने मिलकर भारत को हार से बचाया. यह ड्रॉ भारत के लिए हौसले की जीत जैसा रहा. दोनों टीमें अब अगले टेस्ट की तैयारी करेंगी, जहां एक और रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है.