भारतीय टेस्ट स्क्वॉड का इंग्लैंड दौरे के लिए ऐलान हो गया. शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया है और वे पांच टेस्ट की सीरीज में 18 सदस्यीय टीम इंडिया का नेतृत्व संभालेंगे. शुभमन पहली बार भारत के टेस्ट कप्तान बने हैं. भारत का आखिरी टेस्ट दौरा ऑस्ट्रेलिया का रहा था. उससे तुलना की जाए तो भारतीय टेस्ट टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाले सेलेक्शन पैनल ने नए चेहरों को मौका दिया है तो घरेलू क्रिकेट में कमाल करने वाले खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया है. कुछ नाम जो कामयाब नहीं हो रहे थे उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है. अब जान लेते हैं कि भारतीय टेस्ट टीम में किस तरह के बदलाव दिखे हैं.
टीम इंडिया का नया टेस्ट कप्तान
रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी. रोहित अब रिटायर हो चुके हैं. बुमराह इतना वर्कलोड नहीं ले सकते. ऐसे में शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया है. वे पहली बार इस भूमिका में आए हैं. ऋषभ पंत उपकप्तान बने हैं.
दो नए चेहरों को मिला मौका
भारतीय टेस्ट टीम में साई सुदर्शन और अर्शदीप सिंह के रूप में दो नए खिलाड़ियों को चुना गया है. सुदर्शन ने पिछले कुछ समय में लगातार कमाल का प्रदर्शन किया है. इसके जरिए उनका सेलेक्शन का दावा मजबूत था. उनके पास काउंटी क्रिकेट खेलने का अनुभव भी है. हालिया आईपीएल में वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. रोहित शर्मा के संन्यास के बाद भारत के टॉप ऑर्डर में जगह खाली हुई है. ऐसे में सुदर्शन उसे भरने के दावेदार हैं. अर्शदीप सिंह के जरिए भारतीय टीम में बाएं हाथ के पेसर की कमी को पूरा करने की कोशिश रहेगी. लंबे समय से भारत के पास इस तरह का तेज गेंदबाज नहीं है. अर्शदीप के पास काउंटी खेलने का अनुभव है.
8 साल बाद इस खिलाड़ी की वापसी
इंग्लैंड दौरे की भारतीय टेस्ट टीम में करुण नायर को चुना गया है. आठ साल बाद वे फिर से इस टीम का हिस्सा बने हैं. करुण नायर ने पिछले घरेलू सीजन में जबरदस्त खेल दिखाया था. टी20 से लेकर लिस्ट ए और फर्स्ट क्लास क्रिकेट तक उनके रनों की बारिश हुई. इसी के चलते उनके लिए भारतीय टीम के दरवाजे खुले हैं. करुण नायर केवल दूसरे ही भारतीय हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगा रखा है. उनकी वापसी से भारतीय टेस्ट टीम के मिडिल ऑर्डर में अनुभवी बल्लेबाज की कमी भी पूरी होगी.