एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा. 193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की बल्लेबाजी लड़खड़ा गई, लेकिन रवींद्र जडेजा ने नाबाद अर्धशतक बनाकर उम्मीद जगाई. हालांकि, यह जीत के लिए काफी नहीं था. पहले दो टेस्ट में पिच बल्लेबाजों के लिए आसान थी, लेकिन लॉर्ड्स की पिच में तेज गेंदबाजों को मदद मिली. गेंदबाजों की स्पीड में फर्क दिखा लेकिन फिर भी मुकाबला पांचवें दिन के तीसरे सेशन तक चला.
कुलदीप को लाओ टीम के भीतर
लॉयड ने भारत को सलाह दी कि वह बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को खिलाए, जो पहले तीन टेस्ट में नहीं खेले. उन्होंने कहा, "पिच शुरू में धीमी होगी, लेकिन यह पांच दिन तक चलेगी और रिजल्ट देगी. भारत को कुलदीप को जरूर खिलाना चाहिए. उम्मीद है, मौसम ठीक रहेगा."
पिच के गेंदबाजों के लिए मददगार होने की उम्मीद में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को 271/7 पर ला दिया, लेकिन ब्रायडन कार्स और जेमी स्मिथ के अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड 387 रन पर ऑलआउट हुआ. जवाब में, भारत ने भी केएल राहुल शतक और ऋषभ पंत व रवींद्र जडेजा के बड़े अर्धशतकों की बदौलत 387 रन बनाए. इसके बाद, इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 रनों पर सिमट गई, जिसमें ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने चार विकेट लिए. अब सबकी नजरें मैनचेस्टर टेस्ट पर हैं, जहां भारत वापसी की कोशिश करेगा. भारत को ये मैच हर हाल में जीतना होगा क्योंकि अगर ये मैच टीम इंडिया गंवाती है तो इंग्लैंड की टीम सीरीज पर कब्जा कर लेगी.