IND vs ENG : भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के बारे में बात करें तो ये बराबरी पर समाप्त हुई. 18 साल बाद टीम इंडिया अगर इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी तो उसे हार भी नहीं मिली. भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने अपनी जज्बे और गेंदबाजी से सबका दिल जीता. अंतिम टेस्ट मैच के अंतिम दिन 35 रन और चार विकेट के रोमांच में सिराज ने तीन विकेट लेकर भारत को छह रन दे जीत दिलाई. जिसके चलते सिराज के चर्चा चारों तरफ हैं और उनको लेकर ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल ने बड़ा बयान दिया.
ईमानदारी से कहूं तो उसने पहले भी कई बार शानदार प्रदर्शन किया है. उसने एमसीजी पर, गाबा पर, पर्थ, लॉडर्स, केपटाउन और बर्मिंघम जैसे हर एक मैदान में कमाल किया. लेकिन जो काम उसने ओवल में किया तो अद्भुत था. वो अब जसप्रीत बुमराह के साथ या उनके बिना भी अपनी टीम के गेंदबाजी अटैक का लीडर बनने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड में कुल 12 शतक जड़े लेकिन सिराज की गेंदबाजी के आगे सब फीका नजर आता है. सिराज को लेकर चैपल ने आगे कहा,
इतनी शानदार बल्लेबाज के बावजूद टीम इंडिया पूरी सीरीज में इसलिए लड़ सकी क्योंकि उसका सिर्फ एक कारण सिराज हैं. उनके प्रयास से ज्यादा बतौर गेंदबाज उनके भीतर आने वाले बदलावों ने प्रभावित किया. वो पहले भी एक जुनूनी गेंदबाज था लेकिन अब उसके पास एक मकसद है. एक खिलाड़ी और लीडर में यह फर्क होता है.
सिराज ने झटके 23 विकेट
मोहम्मद सिराज ने ओवल के मैदान में पहली पारी में चार तो दूसरी पारी में पांच विकेट हॉल लेकर टीम इंडिया को जीत दिलाई. इसके चलते सिराज को प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया. सिराज ने इंग्लैंड में कुल 185.3 ओवर डाले, जिसके चलते उन्होंने सीरीज में 23 सबसे अधिक विकेट झटके. इतना ही नहीं पांच टेस्ट मैचों की एक सीरीज में 1000 से अधिक गेंद फेंकने का कमालभी उन्होंने कर दिखाया. सिराज ने पांचों टेस्ट मैच खेले और वर्कलोड जैसा शब्द उनकी गेंदबाजी से गायब है.