इंग्लैंड ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट में शानदार खेल दिखाया. भारत की पहली पारी 358 रनों पर सिमटी, जबकि इंग्लैंड ने 669 रन बनाकर 311 रनों की बड़ी बढ़त ली. भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रहे. अंशुल कंबोज ने इस टेस्ट में डेब्यू किया लेकिन वो कुछ खास नहीं कर पाए. इस दौरान भारत की कमजोर गेंदबाजी पर भी कई सवाल उठे. लेकिन अंत में बल्लेबाजों ने मैच ड्रॉ करा टीम को राहत की सांस दी.
जडेजा-सुंदर ने बचाई लाज
भारत की दूसरी पारी में शुभमन गिल और केएल राहुल जल्दी आउट हो गए. रवींद्र जडेजा (107*) और वाशिंगटन सुंदर (101*) ने नाबाद शतक जड़े. दोनों ने 203 रनों की साझेदारी कर भारत को हार से बचाया. भारत ने पांच सेशन से ज्यादा बल्लेबाजी कर ड्रॉ हासिल किया. इंग्लैंड के गेंदबाज, जो पहली पारी में खतरनाक थे, आखिरी दो सेशन में नाकाम रहे. यह 35 साल बाद ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत का पहला ड्रॉ है. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने 141 रन बनाए और 5 विकेट लिए. उन्हें लगातार दूसरे टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.इंग्लैंड अब सीरीज में 2-1 से आगे है.
सीरीज का फैसला ओवल में
बता दें कि अब 31 जुलाई से द ओवल में आखिरी टेस्ट में सीरीज का फैसला होगा. जडेजा और सुंदर की बल्लेबाजी से भारत का हौसला बढ़ा है. लेकिन गेंदबाजी की चिंता, खासकर बुमराह, सिराज और कुलदीप की गैरमौजूदगी, चर्चा का विषय है. बता दें कि, विकास कोहली के बयान ने गेंदबाजी की कमजोरी को उजागर किया है . शार्दुल ठाकुर की फॉर्म और बुमराह-सिराज के वर्कलोड पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में भारत को आखिरी टेस्ट में गेंदबाजी में सुधार करना होगा.