Nitish Kumar Reddy PC: इंग्‍लैंड के खिलाफ पैट कमिंस की नीतीश कुमार रेड्डी को सलाह

एक खिलाड़ी ने अपनी गेंदबाजी में सुधार और निरंतरता पर बात की. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उन्होंने अपनी गेंदबाजी में सुधार की जरूरत महसूस की. उन्होंने बताया कि कैसे एक साथी खिलाड़ी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में गेंदबाजी के लिए टिप्स दिए. गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल के साथ काम करने से उनकी गेंदबाजी में अच्छा सुधार दिख रहा है. खिलाड़ी ने इंग्लैंड की परिस्थितियों में गेंदबाजी के अंतर पर भी चर्चा की और बताया कि मौसम की स्थिति पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है. चोट से वापसी के बाद अपनी लय हासिल करने में उन्हें कठिनाई हुई. आईपीएल के अंत में उन्हें अपनी गेंदबाजी लय मिली. उन्होंने अपनी गेंदबाजी एक्शन या रन-अप में कोई बदलाव नहीं किया. खिलाड़ी ने बताया कि नर्सरी एंड से गेंदबाजी करने पर गेंद को काफी मूवमेंट मिलता है. वह अपनी लाइन और लेंथ पर 100% प्रयास करना चाहते हैं ताकि मूवमेंट और एलबीडब्ल्यू मिल सकें. एक ऑलराउंडर के रूप में, वह टीम की जरूरत के अनुसार गेंदबाजी करना चाहते हैं और कोई दबाव महसूस नहीं करते. टीम की गेंदबाजी इकाई का एक सरल प्लान है: धैर्य रखना और अच्छा काम करना. उन्होंने बुमराह और सिराज जैसे गेंदबाजों का उदाहरण देते हुए निरंतरता पर जोर दिया. पिच की स्थिति को लेकर अनिश्चितता है, और ओली पोप भी अगले कुछ दिनों में पिच के व्यवहार को लेकर निश्चित नहीं हैं. टीम को हर स्थिति के अनुकूल ढलना होगा.

एक खिलाड़ी ने अपनी गेंदबाजी में सुधार और निरंतरता पर बात की. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उन्होंने अपनी गेंदबाजी में सुधार की जरूरत महसूस की. उन्होंने बताया कि कैसे एक साथी खिलाड़ी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में गेंदबाजी के लिए टिप्स दिए. गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल के साथ काम करने से उनकी गेंदबाजी में अच्छा सुधार दिख रहा है. खिलाड़ी ने इंग्लैंड की परिस्थितियों में गेंदबाजी के अंतर पर भी चर्चा की और बताया कि मौसम की स्थिति पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है. चोट से वापसी के बाद अपनी लय हासिल करने में उन्हें कठिनाई हुई. आईपीएल के अंत में उन्हें अपनी गेंदबाजी लय मिली. उन्होंने अपनी गेंदबाजी एक्शन या रन-अप में कोई बदलाव नहीं किया. खिलाड़ी ने बताया कि नर्सरी एंड से गेंदबाजी करने पर गेंद को काफी मूवमेंट मिलता है. वह अपनी लाइन और लेंथ पर 100% प्रयास करना चाहते हैं ताकि मूवमेंट और एलबीडब्ल्यू मिल सकें. एक ऑलराउंडर के रूप में, वह टीम की जरूरत के अनुसार गेंदबाजी करना चाहते हैं और कोई दबाव महसूस नहीं करते. टीम की गेंदबाजी इकाई का एक सरल प्लान है: धैर्य रखना और अच्छा काम करना. उन्होंने बुमराह और सिराज जैसे गेंदबाजों का उदाहरण देते हुए निरंतरता पर जोर दिया. पिच की स्थिति को लेकर अनिश्चितता है, और ओली पोप भी अगले कुछ दिनों में पिच के व्यवहार को लेकर निश्चित नहीं हैं. टीम को हर स्थिति के अनुकूल ढलना होगा.