दिल्ली कैपिटल्स की टीम आईपीएल 2024 में अपने पुराने कप्तान ऋषभ पंत के साथ एक नई शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है. दिल्ली की टीम अब तक आईपीएल खिताब पर कब्जा नहीं जमा पाई है. ऐसे में टीम की कोशिश इस बार खिताब जीत पर होगी. दिल्ली की फ्रेंचाइजी एक बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच चुकी हैं लेकिन टीम जीत से फिलहाल दूर है. लेकिन इन सबके बीच टीम के पूर्व कोच और मेंटोर मोहम्मद कैफ ने बड़ा खुलासा किया है. कैफ ने साफ कहा कि दिल्ली की टीम को आईपीएल में इसलिए सफलता नहीं मिल पा रही है क्योंकि टीम अपने खिलाड़ियों को बैक नहीं करती है.
दिल्ली नहीं करती अपने खिलाड़ियों का सपोर्ट
लल्लनटॉप से खास बातचीत में मोहम्मद कैफ ने कहा कि जब मैं टीम का हिस्सा था तब हम एक सीजन में फाइनल में पहुंचे थे और दो सीजन में टॉप तीन में रहे थे. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को सही तरीके से बैक नहीं किया जाता है. वो खिलाड़ियों की सही ढंग से पहचान नहीं कर पाते हैं. आप आरसीबी से भी ठीक यही सवाल पूछ सकते हो.
कैफ ने सिर्फ दिल्ली पर ही बात नहीं कि बल्कि उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप 2023 की फाइनल पिच को लेकर भी बड़ा बयान दिया. कैफ ने कहा कि मैं वहां पर फाइनल से पहले तीन दिन से था. द्रविड़ वहां पर शाम को आए. रोहित शाम को आए, घूमे, पिच को देखा. आधा घंटा-घंटा भर रहे. दूसरे दिन आए वही सब हुआ. यह तीन दिन तक हुआ है. और मैंने पिच का रंग बदलते हुए देखा है. जैसे मैं नीला पहनकर आया हूं तो तीन दिन बाद पीला दिखेगा. ऐसा रंग बदलते देखा मैंने. पिच पर कोई पानी नहीं, कोई घास नहीं. उनका था कि धीमा पिच दो. यह सच बात है चाहे लोग नहीं माने. मैं वहां कमेंटेटर के तौर पर मौजूद था. इनके पास (पैट) कमिंस, (मिचेल) स्टार्क हैं, इनके पास तेज गेंदबाजी है तो इन्हें धीमा पिच दो. और वहां गलती हुई 100 फीसदी. चाहे लोग कितना ही बोले कि क्यूरेटर अपना काम करता है. बकवास है.
कैफ ने आगे कहा कि आप घर में मैच खेल रहे हो तो एडवांटेज लीजिए. लेकिन एडवांटेज के चक्कर में उन्हें धीमा पिच मिला. लेकिन कमिंस ने एक सबक सीखा. पहला मैच चेन्नई में था. वहां कमिंस ने टॉस जीता था और पहले बैटिंग ली थी. बाद में ओस गिरी और भारत आराम से मैच जीत गया था. कमिंस इससे सीखे कि धीमी पिच पर पहले बैटिंग नहीं करना है. फाइनल में लोग टॉस जीतकर पहले बॉलिंग नहीं करते हैं. हमने 2003 में किया था और वहां भी मैच हार गए थे.
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