Rayudu on Gambhir: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अंबाती रायडू ने कहा कि आईपीएल में उन टीमों को ही सफलता मिलती है जो सबकुछ खिलाड़ियों के हाथ में छोड़ देते हैं. वहीं वो टीमें फेल रहती हैं जिनके कोच सबकुछ संभालते हैं. स्टार स्पोर्ट्स से खास बातचीत में टीम के वातावरण को लेकर बात करते हुए रायडू ने कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटोर गौतम गंभीर की तारीफ की. रायडू ने कहा कि जिस तरह से गंभीर अपने खिलाड़ियों को प्रदर्शन करने की आजादी देते हैं, वो कमाल है. अगर उनकी कप्तानी में ये टीम दो बार आईपीएल की चैंपियन बनी है तो उसके पीछे गंभीर ही हैं.
केकेआर के कोच और मेंटोर बैकसीट पर बैठते हैं
रायडू ने कहा कि अगर कोच बैक सीट ले लेता है और उसके पीछे से टीम के लिए काम करता है तो इससे खिलाड़ी आजादी से खेलते हैं. खिलाड़ियों को मैदान पर आजादी देना जरूरी है. और इसी मामले में केकेआर की टीम फिलहाल सबसे आगे हैं. केकेआर को इसी का फायदा मिला है जिससे टीम टॉप पर है. बता दें कि केकेआर की टीम गौतम गंभीर की कप्तानी में साल 2012 और 2014 में चैंपियन बन चुकी है. वहीं टीम सीजन के प्लेऑफ्स में पहुंचने वाली पहली टीम है. कोलकाता की टीम 9 जीत और 19 पाइंट्स के साथ टॉप पर है.
गौतम गंभीर इस साल केकेआर के मेंटोर के रूप में वापस टीम से जुड़े हैं. रायडू ने कहा कि गंभीर सबकुछ सिंपल रखने पर यकीन करते हैं और इसी का टीम को फायदा पहुंचता है. बता दें कि इससे पहले गौतम गंभीर भी केकेआर के पूर्व कोच ब्रेंडन मैक्कुलम की तारीफ कर चुके हैं और कह चुके हैं कि वो ड्रेसिंग रूम के भीतर पॉजिटिव माहौल लेकर आते थे. भज्जी ने बताया था कि जब वो केकेआर का हिस्सा था तब ब्रेंडन भी थे. ब्रेंडन उन टॉप लोगों में शामिल हैं जिनके साथ मैं काम कर चुका हूं. वो ड्रेसिंग रूम में काफी पॉजिटिविटी के साथ रहते थे. चाहे जीते या हारे मैक्कुलम कभी नहीं बदलते थे.
भज्जी ने आगे कहा था कि, हम सीजन की शुरुआत में 6-7 मुकाबले हार चुके थे लेकिन इसके बावजूद हम फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे थे. मैंने उस दौरान मैक्कुलम में कोई बदलाव नहीं देखा था.
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