24 सितंबर 2007 के दिन अगर जोहानिसबर्ग के स्टेडियम में बाउंड्री पर एस श्रीसंत पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक का वो कैच नहीं लपकते तो शायद भारत इतिहास का पहला टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाता. भारत के दिए 158 रन के जवाब में पाकिस्तान की टीम जीत के करीब पहुंच गई थी. पाकिस्तान को आखिरी चार गेंदों पर छह रन चाहिए थे. भारत के हाथ से मुकाबला लगभग निकल गया था. मिस्बाह उल हक क्रीज पर थे. पाकिस्तान के भी 9 विकेट गिर थे. जोगिंदर शर्मा की गेंद पर मिस्बाह ने शॉर्ट फाइन लेग के ऊपर से शॉट लगा दिया. गेंद जब तक हवा में थी, हर एक भारतीय के चेहरे लटक गए थे, मगर उस गेंद के नीचे खड़े थे एस श्रीसंत, जिन्होंने बाउंड्री पर गेंद लपक ली और भारत को चैंपियन बना दिया. उनके उस कैच को शायद ही कोई भूल पाया हो.
श्रीसंत पूरे देश के हीरो बन गए. उस मैच ने लोगों को टी20 क्रिकेट का भी फैन बना दिया. उस वर्ल्ड कप के बाद आईपीएल की नींव रखी गई. 2008 में आईपीएल का पहला सीजन खेला गया, मगर शुरुआती सीजन से ही श्रीसंत चर्चा में रहने लगे और देखते ही देखते वो इस लीग के बैड बॉयज की लिस्ट में शुमार हो गए. उन्होंने इस लीग पर दाग लगा दिया. 2008 में वो किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा थे. उस सीजन एक मैच में उनका मुंबई इंडियंस के हरभजन सिंह के साथ विवाद इतना बढ़ गया कि हरभजन ने लाइव मैच में ही उन्हें तमाचा जड़ दिया. हरभजन को तो पूरे सीजन के लिए बैन कर दिया गया था, मगर श्रीसंत का पंगा भी सामने आ गया.
स्पॉट फिक्सिंग में करियर बर्बाद
इसके कुछ सीजन बाद वो स्पॉट फिक्सिंग में फंस गए. किसी को भी उनसे इसकी उम्मीद नहीं थी. श्रीसंत की इस हरकत ने फैंस का दिल तोड़ दिया. अपने हीरो की इस हरकत को लोग बर्दाश्त नहीं कर पाए. पूरे देश में श्रीसंत के पोस्टर जलाए गए. उनका विरोध हुआ; साल 2013 में श्रीसंत राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे. उस सीजन श्रीसंत और उनके साथ अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. जांच में उन पर लगे सभी आरोप सही पाए गए. बोर्ड ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया, जिससे उनका करियर भी बर्बाद हो गया. वो फिर कभी टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाए. हालांकि लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद श्रीसंत के बैन को घटाकर सात साल कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर वापसी तो की, मगर नीली जर्सी नहीं पहन पाए.
श्रीसंत का आईपीएल करियर
2008 में आईपीएल में डेब्यू करने वाले श्रीसंत ने इस लीग में कुल 44 मैच खेले. जिसमें कुल 40 विकेट लिए थे. 29 रन पर तीन विकेट उनके आईपीएल करियर का बेस्ट प्रदर्शन रहा. 2013 उनका आखिरी आईपीएल भी साबित हुआ. 2005 से 2011 के बीच भारत के लिए 27 टेस्ट में 87 विकेट, 53 वनडे में 75 विकेट और 10 टी20 में 7 विकेट लेने वाले श्रीसंत बैन से वापसी करने के बाद केरल के लिए रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी भी खेले थे. उन्होंने साल 2022 में सभी तरह के क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.