रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने जब सीजन की शुरुआत की थी तब किसी ने नहीं सोचा था कि लगातार मैच गंवाने वाली टीम प्लेऑफ्स में पहुंच सकती है. लेकिन आरसीबी के हर फैन का आखिरकार सपना सच हो गया और एम चिन्नास्वामी के मैदान पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सीजन के सबसे अहम मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को 27 रन से हराकर प्लेऑफ्स में जगह बना ली है. आरसीबी ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में वो खेल दिखाया जो अब तक देखने को नहीं मिला था. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पहले बल्लेबाजी की और 5 विकेट गंवा 20 ओवरों में 218 रन बनाए. इसके जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 20 ओवरों में 7 विकेट गंवा सिर्फ 191 रन ही बना पाई और 27 रन से मैच हार गई. चेन्नई की सबसे बड़ी ताकत एमएस धोनी भी टीम को हार से नहीं बचा सके और थला के हर फैन का सपना टूट गया.
विराट- डुप्लेसी ने दी तेज शुरुआत
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की बात करें क्रीज पर ओपनिंग के लिए विराट कोहली और फाफ डुप्लेसी की जोड़ी आई. दोनों ने टीम को धमाकेदार शुरुआत दी और 3 ओवरों के भीतर ही बिना नुकसान के 31 रन ठोक दिए. हालांकि इसके तुरंत बाद मैच में बारिश आ गई और ग्राउंड स्टाफ को कवर्स डालने पड़े. 40 मिनट तक खेल रुका रहा. लेकिन फैंस के जोश के सामने बारिश भी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई और मैच को फिर से शुरू किया गया.
हालांकि मैच दोबारा शुरू होते ही धोनी ने दूसरे छोर से स्पिनर्स लगा दिए. इसका नतीजा ये रहा कि न तो विराट कोहली रन बना पाए और न ही कप्तान डुप्लेसी. 7 ओवर के बाद टीम ने बिना किसी नुकसान के 52 रन बना लिए थे. रन रेट स्लो चल रहा था लेकिन तभी विराट ने स्पिनर्स पर हमला बोलना शुरू किया. हालांकि 10वें ओवर में तेजी से खेलने के चक्कर में मिचेल सैंटनर ने विराट कोहली को 47 रन पर आउट कर दिया. विराट ने 29 गेंद पर 3 चौके और 4 छक्कों की मदद से ये रन बनाए. अब क्रीज पर डुप्लेसी का साथ देने रजत पाटीदार आए. पाटीदार ने आते ही हमला बोलना शुरू कर दिया. दूसरे छोर से डुप्लेसी ने अपना अर्धशतक पूरा किया. लेकिन 13वें ओवर में डुप्लेसी रन आउट का शिकार हुए जिसने आरसबी के लिए खेल पलट दिया.
पाटीदार- ग्रीन का धमाका
रजत पाटीदार ने लंबे- लंबे शॉट्स खेलने शुरू कर दिए थे. वहीं दूसरे छोर से कैमरन ग्रीन पाटीदार का पूरा साथ दे रहे थे. 18वें ओवर में दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 183 रन तक पहुंचा दिया. चेन्नई का हर गेंदबाज पिट रहा था और धोनी कुछ नहीं कर पा रहे थे. लेकिन तभी शार्दुल ठाकुर ने रजत का विकेट दिला टीम को राहत की सांस दिलाई. पाटीदार लेकिन तब तक अपना काम कर चुके थे. पाटीदार ने 23 गेंद पर 41 रन ठोके. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 2 चौके और 4 छक्के लगाए. लेकिन दूसरे छोर से ग्रीन हमला बोलते चले गए. अब क्रीज पर कार्तिक आए. लेकिन कार्तिक को तुषार देशपांडे ने 14 रन पर चलता कर दिया. अंत में मैक्सवेल ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले लेकिन वो भी 16 रन बनाकर आउट हो गए. अंत तक ग्रीन नाबाद रहे और टीम के स्कोर को 218 रन तक पहुंचा दिया. ग्रीन ने 17 गेंद पर 38 रन ठोके. चेन्नई की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए, तुषार देशपांडे ने 1 और मिचेल सैंटनर ने 1 विकेट लिया.
फेल रहे ऋतुराज गायकवाड़
चेन्नई सुपर किंग्स की पारी की बात करें तो टीम के लिए ओपनिंग में ऋतुराज गायकवाड़ और रचिन रवींद्र आए. लेकिन ग्लेन मैक्सवेल ने पहले ही ओवर में टीम को सबसे बड़ी सफलता दिलाई जब उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान को बिना खाता खोले ही पवेलियन भेज दिया. अब क्रीज पर रचिन रवींद्र का साथ देने डेरिल मिचेल आए. मिचेल सेट होने की कोशिश कर रहे थे कि तभी यश दयाल की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में कैच दे बैठे. विराट ने मिचेल का हैरतअंगेज कैच पकड़ा. टीम ने 19 रन पर ही 2 विकेट गंवा दिए थे.
रचिन ने दिखाया दिम
दूसरे छोर से पूरी तरह सेट हो चुके रचिन रवींद्र ने बडे़ शॉट खेलने शुरू कर दिए थे. एक छोर से रचिन तेजी से रन बटोर रहे थे वहीं दूसरे छोर से अजिंक्य रहाणे ने भी अच्छे शॉट्स खेलने शुरू कर दिए थे. दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 85 रन तक पहुंचा दिया. लेकिन लॉकी फर्ग्यूसन ने रहाणे को 33 रन पर चलता कर दिया. इस बल्लेबाज ने 22 गेंद पर 33 रन ठोके. अब क्रीज पर इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर शिवम दुबे आए. लेकिन 115 के स्कोर पर जो नहीं होना था चेन्नई के लिए वो हुआ और टीम के सबसे सेट बल्लेबाज रचिन रवींद्र कंफ्यूजन के चलते रनआउट हो गए. रचिन ने 37 गेंद पर 61 रन ठोके.
रचिन के आउट होते ही 119 के कुल स्कोर पर शिवम दुबे भी आउट हो गए. दुबे बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में फर्ग्यूसन की गेंद पर ग्रीन को कैच दे बैठे. दुबे ने सिर्फ 7 रन बनाए. 15 ओवर खत्म हो चुके थे और क्रीज पर दो नए बल्लेबाज यानी की रवींद्र जडेजा और मिचेल सैंटनर थे. टीम को 36 गेंद पर 94 रन की जरूरत थी. लेकिन तभी 15वें ओवर में सिराज की गेंद पर टीम के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने वो कैच लिया जो टूर्नामेंट का सबसे बेस्ट कैच साबित हुआ. डुप्लेसी ने सैंटनर का एक हाथ से कैच लपक कर पूरा मैच पलट दिया.
चेन्नई की टीम पूरी तरह दबाव में आ चुकी थी और क्रीज पर अब जडेजा का साथ देने एमएस धोनी आए. दोनों ने रन बटोरने की कोशिश की लेकिन 24 गेंद पर टीम को 81 रन बनाने थे जो काफी मुश्किल नजर आ रहा था. टीम को अंत में प्लेऑफ्स के लिए क्वालीफाई करने के लिए 15 गेंद पर 45 रन बनाने थे. वहीं जीत के लिए 15 गेंद पर 60 रन चाहिए थे. अंत में धोनी और जडेजा ने अपनी बल्लेबाजी से प्लेऑफ समीकरण को बेहद करीब लेकर आए. टीम को प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने के लिए 6 गेंद पर 17 रन बनाने थे. धोनी ने यश दयाल की पहली गेंद पर छक्का लगाकर इसे 11 रन कर दिया. लेकिन अगली गेंद पर वो आउट हो गए. धोनी 13 गेंद पर 25 रन बनाकर आउट हुए. टीम को अब 4 गेंद पर 11 रन बनाने थे और क्रीज पर शार्दुल ठाकुर आए. लेकिन पहली गेंद उन्होंने मिस कर दी. अब टीम को 3 गेंद पर 11 रन बनाने थे. शार्दुल ने सिंगल लिया और टीम को 2 गेंद पर 10 रन चाहिए थे. रवींद्र जडेजा स्ट्राइक पर थे लेकिन वो दोनों गेंदों पर रन बनाने से चूक गए. अंत में आरसीबी ने ये मुकाबला 27 रन से जीत लिया. चेन्नई न तो प्लेऑफ का समीकरण तोड़ पाई और न ही जीत हासिल कर पाई. रवींद्र जडेजा और एमएस धोनी की जोड़ी अहम मुकाबले में फेल रही.
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